SBI Q4 FY25: मुनाफा थोड़ा घटा, लेकिन बढ़ा भरोसा—NPA में सुधार और ₹15.90 डिविडेंड से निवेशक भी खुश

SBI Q4 FY25 : भारतीय स्टेट बैंक (SBI), जो देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है, ने वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के नतीजे जारी किए हैं। इन नतीजों में बैंक का प्रदर्शन कुछ मिला-जुला रहा, लेकिन कई क्षेत्रों में मजबूती दिखी।

सबसे पहले बात करें मुनाफे की, तो बैंक का शुद्ध लाभ इस तिमाही में थोड़ा घटा है। पिछले साल इसी तिमाही में बैंक ने ₹20,698 करोड़ का मुनाफा कमाया था, जो अब घटकर ₹18,643 करोड़ रह गया है। यानी करीब 9.93% की गिरावट आई है। इसकी वजह बढ़ती लागत और ज्यादा प्रावधान हो सकती है, जो बैंक ने भविष्य की जोखिमों को ध्यान में रखकर किया है।
हालांकि, एक अच्छी बात यह रही कि बैंक की शुद्ध ब्याज आय (Net Interest Income – NII) बढ़कर ₹42,775 करोड़ हो गई है, जो पिछले साल ₹41,655 करोड़ थी। यह 2.69% की बढ़त है, जो दिखाता है कि बैंक की उधार और निवेश से कमाई अच्छी रही है।
बैंक ने इस तिमाही में अपने निवेशकों को बड़ा तोहफा भी दिया है। SBI ने ₹1 के फेस वैल्यू वाले शेयर पर ₹15.90 का लाभांश देने का ऐलान किया है। यह 1590% का डिविडेंड बनता है, जो दर्शाता है कि बैंक का वित्तीय आधार मजबूत है और वह अपने शेयरधारकों को अच्छा रिटर्न देना चाहता है।
परिचालन लाभ (Operating Profit) में भी SBI ने 8.8% की बढ़ोतरी दर्ज की है, जो अब ₹31,286 करोड़ हो गया है। लेकिन, प्रावधानों में 20.4% की बढ़त हुई और ये ₹3,964 करोड़ तक पहुंच गए, जिससे साफ है कि बैंक सतर्कता बरत रहा है।
एक और अहम पॉजिटिव पहलू यह रहा कि बैंक की खराब लोन स्थिति में सुधार हुआ है। बैंक का सकल एनपीए (GNPA) 2.24% से घटकर 1.82% पर आ गया, और शुद्ध एनपीए (NNPA) भी 0.57% से घटकर 0.47% हो गया है। शुक्रवार को शेयर बाजार में भी इसका असर दिखा और SBI का शेयर 1.51% चढ़कर ₹800.05 पर बंद हुआ।
हालांकि SBI का शुद्ध लाभ थोड़ा घटा है, लेकिन बाकी क्षेत्रों में मजबूती नजर आई है। बढ़ता NII, अच्छा लाभांश, बेहतर एनपीए आंकड़े और शेयर बाजार की सकारात्मक प्रतिक्रिया इस बात का संकेत हैं कि बैंक की स्थिति मजबूत है। निवेशकों को सभी पहलुओं का विश्लेषण कर आगे की योजना बनानी चाहिए।