Gold Price Today : 2025 में सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर, ट्रेड वॉर और फेड नीति से आई तेजी

Gold Price Today पिछले दो दिनों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में तीव्र तेजी देखने को मिली है। डॉलर की कमजोरी, अमेरिका और चीन के बीच बढ़ती व्यापारिक तनातनी और अमेरिकी सरकार की नई टैरिफ नीति के चलते निवेशकों ने सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में सोने की ओर रुख किया है। सोमवार को जहां सोने की कीमत में तेज उछाल आया, वहीं मंगलवार को भी यह तेजी जारी रही और यह मूल्य 29 अप्रैल के बाद के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड की कीमत करीब 2.9% चढ़कर $3,332.57 प्रति औंस पर बंद हुई, जबकि अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स की कीमत $3,341.30 तक पहुंच गई। मंगलवार को यह आंकड़ा $3,337.69 तक गया, हालांकि दिन के अंत तक कुछ गिरावट के साथ यह $3,330.16 प्रति औंस के आसपास ट्रेड कर रहा था।https://bazaarbits.com/rbi-financial-market-timing-change/
सोने में इस मजबूती की एक बड़ी वजह अमेरिका की नई व्यापार नीति मानी जा रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में विदेशों से आयात की जाने वाली फिल्मों पर 100% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। साथ ही, दवाओं पर भी टैरिफ लगाने की योजना का संकेत दिया है। इन घोषणाओं ने वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका को बढ़ा दिया है, जिससे निवेशक अस्थिर आर्थिक माहौल से बचने के लिए सोने की ओर आकर्षित हुए हैं।
अब बाजार की नजरें अमेरिकी फेडरल रिजर्व की इस हफ्ते होने वाली बैठक पर टिकी हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ब्याज दरों में इस बार कोई बदलाव नहीं होगा और इसे 4.25% से 4.50% के दायरे में ही रखा जाएगा। हालांकि ट्रंप की नीतियों के चलते आर्थिक दिशा को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है और अगर फेडरल रिजर्व भविष्य में ब्याज दरों में कटौती के संकेत देता है, तो सोने की कीमतों में और तेजी आ सकती है।
कीटको मेटल्स के जानकार जिम वायकोफ के अनुसार, निवेशकों में सुरक्षित विकल्पों की मांग अभी भी बनी हुई है और आने वाले समय में सोना $3,000 के ऊपर ही बना रह सकता है।
अन्य धातुओं की बात करें तो चांदी में मामूली बढ़त के साथ यह $32.53 प्रति औंस तक पहुंची, जबकि प्लैटिनम और पैलेडियम क्रमशः $959.30 और $940.50 प्रति औंस पर स्थिर रहे।
विश्लेषकों के मुताबिक, 2025 में अब तक सोना 26% से ज्यादा का रिटर्न दे चुका है, और मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों को देखते हुए इसमें और तेजी की उम्मीद की जा रही है।