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Adani Ports Expansion News: 1 अरब डॉलर जुटाने की तैयारी,और कंपनी ने किया बड़ा ऐलान

Adani Ports Expansion News: देश की प्रमुख बंदरगाह संचालन कंपनी अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) ने अपने अगले चरण के विस्तार के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी में बताया कि वह अगले डेढ़ साल (6 तिमाहियों) में 1 अरब डॉलर तक की ‘आउटस्टैंडिंग सीनियर नोट्स’ जारी कर पूंजी जुटाने की तैयारी में है। कंपनी के बोर्ड से इस प्रस्ताव को हरी झंडी मिल चुकी है।

‘सीनियर नोट्स’ वित्तीय दुनिया में ऐसे ऋण होते हैं जिन्हें चुकाने में पहली प्राथमिकता दी जाती है। इससे यह स्पष्ट है कि अदानी पोर्ट्स अपने कर्ज ढांचे को मजबूत और सुरक्षित बनाने के साथ-साथ निवेशकों के भरोसे को भी बढ़ाना चाहती है।

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यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब कंपनी ने हाल ही में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) से 5,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। यह अब तक का अदानी पोर्ट्स का सबसे बड़ा डोमेस्टिक बॉन्ड इश्यू माना जा रहा है। खास बात यह है कि LIC पहले से ही कंपनी में 8% हिस्सेदारी रखती है, जिससे यह डील और भी अहम बन जाती है।

विस्तार योजना में भारत और विदेश दोनों शामिल

APSEZ ने यह भी स्पष्ट किया है कि वित्त वर्ष 2025-26 में वह 12,000 करोड़ रुपये का कैपिटल एक्सपेंडिचर (Capex) करेगी, जिसका उपयोग भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कंपनी की परिचालन क्षमता को बढ़ाने में किया जाएगा।

इसी क्रम में अप्रैल 2025 में अदानी पोर्ट्स ने एक और बड़ा अधिग्रहण किया था। कंपनी ने ऑस्ट्रेलिया के नॉर्थ क्वीनसलैंड एक्सपोर्ट टर्मिनल (NQXT) को सिंगापुर की Abbot Point Port Holdings से करीब 2.5 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर खरीदने की घोषणा की थी। यह सौदा कंपनी के अंतरराष्ट्रीय विस्तार की रणनीति का हिस्सा है।

बाजार हिस्सेदारी और विश्लेषकों की राय

प्रमुख ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च 2025 तक भारत में अदानी पोर्ट्स का कुल कार्गो हैंडलिंग में 27% और कंटेनर ट्रैफिक में 45% बाजार हिस्सा था। रिपोर्ट यह भी बताती है कि अगले 12 महीनों में कंपनी का शेयर करीब 13% की तेजी पकड़ सकता है और ₹1,620 तक पहुंचने की संभावना है।

मजबूत वित्तीय रणनीति

इस नए फंडरेजिंग प्लान का उद्देश्य केवल विस्तार नहीं है, बल्कि कंपनी अपने ऋण की परिपक्वता अवधि को बढ़ाने, परिचालन लागत को घटाने और पूंजी के स्रोतों में विविधता लाने की योजना पर भी काम कर रही है।

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