Motilal Oswal Mutual Fund ने लॉन्च किया नया इंडेक्स फंड, एक साथ 1000 शेयरों में निवेश का मौका

Motilal Oswal Mutual Fund ने भारतीय निवेशकों के लिए एक अनोखा इंडेक्स फंड पेश किया है, जो पहली बार BSE 1000 Total Return Index को ट्रैक करेगा। इस नई स्कीम का नाम है Motilal Oswal BSE 1000 Index Fund, जो भारत के लगभग 94% सूचीबद्ध शेयर बाजार को कवर करेगा। यह फंड 5 जून 2025 से NFO (नया फंड ऑफर) के रूप में आम निवेशकों के लिए खुल चुका है, और 19 जून 2025 तक खुला रहेगा।
कम राशि से निवेश की शुरुआत
यह एक passive investment product है, जिसका मतलब है कि इसमें फंड मैनेजर एक्टिव रूप से स्टॉक्स का चयन नहीं करेगा, बल्कि यह इंडेक्स की बनावट के अनुसार काम करेगा। निवेशक केवल ₹500 की शुरुआती राशि से इसमें निवेश शुरू कर सकते हैं। अगर कोई निवेशक 15 दिन के भीतर पैसे निकालता है, तो 1% एग्जिट लोड देना होगा, जबकि उसके बाद कोई शुल्क नहीं लगेगा।
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कौन-कौन से शेयर होंगे शामिल?
इस फंड के जरिए निवेशकों को BSE के top 1000 कंपनियों में एक्सपोजर मिलेगा। इसका मतलब है कि large-cap से लेकर micro-cap तक की कंपनियां इस फंड का हिस्सा होंगी। यह खासियत इसे अन्य फंड्स की तुलना में ज्यादा विविध बनाती है।
इस फंड का रिबैलेंस हर 6 महीने में किया जाएगा ताकि यह इंडेक्स के मौजूदा स्वरूप के अनुरूप बना रहे।
कंपनी के अधिकारियों ने क्या कहा?
Motilal Oswal Passive Business के प्रमुख प्रतीक ओसवाल के अनुसार यह प्रोडक्ट हमारी लॉन्ग-टर्म पैसिव इन्वेस्टमेंट रणनीति को मजबूत करता है। इससे निवेशकों को पूरे शेयर बाजार में एक साथ निवेश करने का अवसर मिलेगा।
वहीं कंपनी के MD और CEO प्रतीक अग्रवाल ने कहा कि,यह स्कीम भारत की दीर्घकालिक विकास यात्रा में भागीदार बनने का एक सरल, किफायती और व्यापक जरिया साबित हो सकती है।
किन बातों का रखें ध्यान?
इस फंड के साथ कुछ जोखिम और सीमाएं भी जुड़ी हैं, जिन्हें समझना जरूरी है:
- अत्यधिक फैलाव (Over-Diversification):
1000 कंपनियों में निवेश से रिटर्न थोड़ा कम हो सकता है, खासतौर पर अगर बहुत से micro-cap स्टॉक्स कमजोर प्रदर्शन करें। - मार्केट कैप बायस:
इंडेक्स में बड़ी कंपनियों का वेटेज ज़्यादा होता है, जिससे छोटे शेयरों की संख्या अधिक होने पर भी उनका योगदान सीमित हो सकता है। - पैसिव स्ट्रक्चर की सीमाएं:
चूंकि यह एक इंडेक्स आधारित फंड है, इसलिए मैनेजर को खराब प्रदर्शन वाले सेक्टर से बाहर निकलने की छूट नहीं होती।
भारत के आर्थिक विकास में निवेश का मौका
IMF के अनुसार, भारत की GDP 2025 में 6.2% और 2026 में 6.3% तक बढ़ सकती है। ऐसे में यह फंड उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प बन सकता है, जो देश की आर्थिक प्रगति के साथ जुड़े रहना चाहते हैं।