Monolithic India IPO Listing News: पहले ही दिन ₹100 की छलांग, शेयरों ने मारी 70% की उड़ान

Monolithic India IPO Listing News: पहले ही दिन ₹100 की छलांग, शेयरों ने मारी 70% की उड़ानशेयर बाजार में गुरुवार का दिन निवेशकों के लिए बेहद फायदेमंद रहा, खासतौर पर उन लोगों के लिए जिन्होंने Monolithic India के पब्लिक इश्यू में हिस्सेदारी ली थी। कंपनी ने जैसे ही स्टॉक एक्सचेंज पर कदम रखा, वैसे ही निवेशकों के चेहरे खिल उठे। लिस्टिंग के पहले ही मिनट में इसके शेयरों ने करीब 62% की छलांग लगाई और कुछ ही देर में यह 5% के अपर सर्किट को छू गया।
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आईपीओ में मिला ज़बरदस्त रिस्पॉन्स
- Monolithic India का पब्लिक इश्यू कुछ दिन पहले ही बाजार में आया था, और इसके प्रति निवेशकों की रुचि शुरू से ही मजबूत दिखाई दी।
- कंपनी के आईपीओ को कुल मिलाकर 182 गुना से अधिक सब्सक्राइब किया गया — जो SME कैटेगरी में आने वाले किसी इश्यू के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है।
- रिटेल निवेशकों की कैटेगरी में इस इश्यू को करीब 95 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, जिससे छोटे निवेशकों की भागीदारी भी स्पष्ट हुई।
- वहीं, हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) की तरफ से इसे लगभग 460 गुना आवेदन प्राप्त हुए, जो असाधारण माना जाता है।
- संस्थागत निवेशकों (QIBs) ने भी भरोसा जताया और इस कैटेगरी में इश्यू को 129 गुना से अधिक बोली मिली।
- इन आंकड़ों से यह साफ है कि Monolithic India के बिजनेस मॉडल, ग्रोथ पोटेंशियल और सेक्टर की मांग को लेकर बाजार में मजबूत भरोसा देखा गया है।
कंपनी क्या करती है?
Monolithic India एक इंडस्ट्रियल मटेरियल्स बनाने वाली फर्म है, जो खासतौर पर इंडक्शन फर्नेस में इस्तेमाल होने वाले हीट रेज़िस्टेंट रैमिंग मास का निर्माण करती है। इसका इस्तेमाल खासकर आयरन और स्टील इंडस्ट्री में किया जाता है।
इसके उत्पादों में कई स्पेशल फॉर्मूलेशन शामिल हैं जो इसे अपने सेक्टर में अलग बनाते हैं। इन उत्पादों की मांग लगातार बनी हुई है, खासकर मैन्युफैक्चरिंग और मेटल इंडस्ट्री में।
प्लांट और ग्राहक
कंपनी का प्रोडक्शन यूनिट पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में स्थित है, जहां से यह अपने उत्पाद देशभर के प्रमुख स्टील निर्माताओं को सप्लाई करती है। इसके ग्राहकों में बड़ी मेटल कंपनियां और इंडस्ट्रियल फाउंड्रीज़ शामिल हैं।
प्रमोटर्स और ओनरशिप
Monolithic India एक फैमिली-प्रोमोटेड कंपनी रही है। आईपीओ से पहले कंपनी पूरी तरह प्रमोटर्स के हाथ में थी। लेकिन अब शेयर बाजार में लिस्टिंग के बाद उनकी हिस्सेदारी घटकर करीब 74% रह गई है। यह शेयरहोल्डिंग स्ट्रक्चर कंपनी को सार्वजनिक निवेशकों के लिए अधिक पारदर्शी बनाता है।
क्यों है यह लिस्टिंग खास?
कई बार SME कंपनियों की लिस्टिंग बहुत शांत रहती है, लेकिन Monolithic India ने उम्मीदों से कहीं ज़्यादा प्रदर्शन किया। इसकी मजबूत फंडामेंटल्स, निच मार्केट में पकड़ और IPO से जुटाई गई पूंजी के प्रभावी इस्तेमाल की योजना ने निवेशकों को आकर्षित किया।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी और शैक्षणिक उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। इसमें दी गई कोई भी जानकारी निवेश सलाह नहीं है। शेयर बाज़ार में निवेश जोखिमों के अधीन होता है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें।