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Adani Energy Solutions ने खोला खजाना ₹4300 Cr फंडिंग का रास्ता साफ

Adani Energy Solutions Ltd (AESL) ने अपने विकास अभियान को तेज़ करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने शुक्रवार, 31 मई 2025 को हुई बोर्ड बैठक में ₹4,300 करोड़ तक की राशि जुटाने की योजना को हरी झंडी दिखा दी है। इसके साथ ही कंपनी के शीर्ष नेतृत्व में भी बदलाव किए गए हैं जो आने वाले समय में AESL की रणनीतिक दिशा को और मज़बूती देंगे।

फंड जुटाने की योजना

Adani Energy Solutions का इरादा इस पूंजी को Qualified Institutional Placement (QIP) या अन्य स्वीकृत माध्यमों जैसे इक्विटी शेयर, डिबेंचर या किसी मिश्रित मॉडल के ज़रिए जुटाने का है। ये फंड्स ₹10 प्रति शेयर के फेस वैल्यू वाले इक्विटी शेयर के रूप में जारी किए जाएंगे और यह प्रक्रिया एक या उससे अधिक चरणों में पूरी की जाएगी।

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कंपनी इस फंड का उपयोग नई परियोजनाओं, टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन, ग्रीन एनर्जी इनिशिएटिव्स और नेटवर्क विस्तार में करेगी। इसके अतिरिक्त, AESL अपने कर्ज भार को भी कम करने की कोशिश कर रही है, जिससे उसकी बैलेंस शीट और भी मज़बूत हो।

नेतृत्व में नए चेहरे

बोर्ड मीटिंग में कंदर्प पटेल को कंपनी का नया Whole-Time Director और CEO नियुक्त किया गया है। वे अब न सिर्फ कंपनी के शीर्ष कार्यकारी होंगे बल्कि बोर्ड का हिस्सा बनकर रणनीतिक निर्णयों में भी भाग लेंगे। उनका कार्यकाल तीन वर्षों के लिए तय किया गया है जो 31 मई 2025 से प्रभावी है। इसके अलावा कंपनी ने तीन नए स्वतंत्र निदेशकों (Independent Directors) की भी नियुक्ति की है ।

  • हेमंत नरुरकर
  • अमिया चंद्रा
  • चंद्रा अय्यंगर

इन सभी की नियुक्तियां भी तीन वर्षों के लिए की गई हैं। इनका अनुभव कॉर्पोरेट गवर्नेंस, सरकारी नीतियों और इंडस्ट्री रेगुलेशन में है, जो कंपनी को दीर्घकालिक स्थिरता की ओर ले जाएगा।

आगे की रणनीति

AESL की यह चाल दर्शाती है कि कंपनी अब केवल पारंपरिक बिजली परियोजनाओं पर निर्भर नहीं रहना चाहती, बल्कि स्मार्ट ग्रिड, रिन्यूएबल एनर्जी और टेक-इनेबल्ड सॉल्यूशंस में आक्रामक रूप से विस्तार करना चाहती है। इससे न सिर्फ उसके राजस्व में वृद्धि होगी बल्कि कंपनी की बाजार साख और निवेशकों का भरोसा भी मज़बूत होगा।

Adani Energy Solutions Ltd का यह निर्णय, पूंजी जुटाने और प्रबंधन में बदलाव के रूप में, एक नई रणनीतिक दिशा का संकेत है। इन कदमों से यह स्पष्ट है कि कंपनी अपनी विकास यात्रा को और अधिक तेज़ी से आगे बढ़ाने के लिए तैयार है। निवेशकों और विश्लेषकों की निगाहें अब इस बात पर होंगी कि यह धन और नेतृत्व परिवर्तन कितनी तेजी से कंपनी को अगले स्तर तक ले जाते हैं।

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