अडानी ग्रुप की ₹12,500 करोड़ की बोली से जेपी पावर में 16% की धमाकेदार तेजी

जेपी पावर: शेयर बाजार में सोमवार को जेपी पावर वेंचर्स लिमिटेड के स्टॉक ने जोरदार तेजी दिखाई। कारोबार के दौरान कंपनी के शेयरों ने ₹22.12 का स्तर छू लिया, जो बीते कारोबारी दिन यानी शुक्रवार के ₹18.95 के बंद भाव के मुकाबले लगभग 16% की बढ़त है। इस उछाल की सबसे बड़ी वजह मानी जा […]

JP Power के शेयर में 7% की तेजी, अडानी ग्रुप की बोली की अटकलों से निवेशकों में उत्साह

जेपी पावर: शेयर बाजार में सोमवार को जेपी पावर वेंचर्स लिमिटेड के स्टॉक ने जोरदार तेजी दिखाई। कारोबार के दौरान कंपनी के शेयरों ने ₹22.12 का स्तर छू लिया, जो बीते कारोबारी दिन यानी शुक्रवार के ₹18.95 के बंद भाव के मुकाबले लगभग 16% की बढ़त है।

इस उछाल की सबसे बड़ी वजह मानी जा रही है अडानी समूह की बोली। खबरों के मुताबिक, अडानी ग्रुप ने जेपी एसोसिएट्स के अधिग्रहण के लिए सबसे बड़ी बोली लगाई है। अडानी ग्रुप पहले से ही एक बड़ा कारोबारी घराना है, जिसका मजबूत वित्तीय आधार है। ऐसे में अगर यह अधिग्रहण होता है, तो यह न केवल जेपी एसोसिएट्स बल्कि जेपी पावर वेंचर्स के लिए भी फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि जेपी पावर की 24% हिस्सेदारी जेपी एसोसिएट्स के पास है।

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सूत्रों के अनुसार, अडानी समूह ने इस अधिग्रहण के लिए ₹12,500 करोड़ की बोली लगाई है। इसके अलावा, कई अन्य नामी कंपनियों जैसे वेदांता, जेएसपीएल, सुरक्षा समूह, डालमिया भारत और पीएनसी इंफ्राटेक ने भी जेपी एसोसिएट्स के लिए अपनी रुचि दिखाई है।

गौरतलब है कि इस साल अप्रैल में भी जेपी एसोसिएट्स के अधिग्रहण में करीब 25 कंपनियों ने दिलचस्पी जताई थी। जेपी एसोसिएट्स का कारोबार रियल एस्टेट, सीमेंट, होटल उद्योग, इंजीनियरिंग और निर्माण जैसे कई क्षेत्रों में फैला हुआ है।

नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी), इलाहाबाद ने 3 जून 2024 को जेपी एसोसिएट्स के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया था। कंपनी पर भारी कर्ज है और ऋण चुकौती में असमर्थता के चलते यह कदम उठाया गया। बताया जा रहा है कि जेपी एसोसिएट्स के खिलाफ कुल ₹57,185 करोड़ का बकाया दावा दायर किया गया है।

इस बीच, जेपी पावर वेंचर्स ने भी एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कंपनी ने जेपी एसोसिएट्स के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से लिए गए लगभग 150 मिलियन डॉलर के विदेशी कर्ज, जिसे अब भारतीय मुद्रा में टर्म लोन में बदला जा चुका है, के लिए कॉर्पोरेट गारंटी बढ़ाई है। हालांकि, यह गारंटी पहले ही अप्रैल 2019 में दोनों कंपनियों के बीच हुए समझौते के तहत दी जानी थी, लेकिन अब तक औपचारिक रूप से इसे जारी नहीं किया गया था।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, जेपी एसोसिएट्स के दिवाला प्रक्रिया का असर जेपी पावर वेंचर्स पर भी पड़ सकता है। विश्लेषकों का मानना है कि इस प्रक्रिया की दिशा से दोनों कंपनियों के शेयरों पर असर पड़ सकता है, खासकर जब बाजार इस पूरे घटनाक्रम पर करीबी नजर बनाए हुए है

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