Aditya Birla Capital Q4 Result: आदित्य बिड़ला कैपिटल लिमिटेड (ABCL) के शेयरों ने बीते दो कारोबारी सत्रों में 5% से अधिक की छलांग लगाई है। इसके पीछे मुख्य वजह रही कंपनी के मार्च तिमाही (Q4FY25) के वित्तीय नतीजे, जो विश्लेषकों और निवेशकों की उम्मीदों के अनुरूप निकले। कंपनी ने न सिर्फ अपने लोन पोर्टफोलियो की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि क्रेडिट कॉस्ट को घटाने और डिस्बर्समेंट के साथ-साथ एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) में भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है।
NBFC कारोबार में स्थिर मजबूती
कंपनी के नॉन-बैंकिंग फाइनेंसिंग (NBFC) बिजनेस में FY22 से FY25 के दौरान सिक्योर्ड लोन का हिस्सा बढ़कर 46% पहुंच गया है, जो पहले 44% था। सिक्योर्ड लोन पोर्टफोलियो में सालाना 33% की दर से बढ़त हुई और यह बढ़कर 57,992 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस ट्रेंड से कंपनी के जोखिम में कमी और क्रेडिट लागत में गिरावट देखी गई है।
NBFC यूनिट का कुल AUM अब 1,26,351 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो सालाना 32% की दर से बढ़ा है। FY26 में इसके 25% से अधिक की और ग्रोथ दर्ज करने की संभावना है, विशेषकर कंपनी के डिजिटल चैनलों के जरिए ग्राहक पहुंच में वृद्धि को देखते हुए।https://bazaarbits.com/gold-price-today-hindi-sona-chandi-ki-keemat-16-may/
पर्सनल लोन सेगमेंट में गिरावट, लेकिन भविष्य की योजना स्पष्ट
Aditya Birla Capital Q4 Result: हालांकि, FY25 के दौरान पर्सनल और कंज्यूमर लोन सेगमेंट ने निराश किया है। इस श्रेणी का AUM घटकर 15,532 करोड़ रुपये रह गया, जो दो साल पहले कुल AUM का 19% हिस्सा था, अब वह घटकर 12% रह गया है। इसका असर NBFC के यील्ड पर भी पड़ा है, जो 13.7% से घटकर 13.1% रह गया।
कंपनी का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी है और आने वाले समय में यह सेगमेंट दोबारा रफ्तार पकड़ेगा। रणनीति यह है कि इस सेगमेंट का योगदान फिर से कुल AUM का 20% तक पहुंचे, जिससे यील्ड और नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में सुधार होगा।
एसेट मैनेजमेंट बिजनेस बना मुनाफे का आधार
कंपनी के एसेट मैनेजमेंट डिवीजन ने FY25 में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। इस यूनिट में रेवेन्यू और टैक्स से पहले लाभ (PBT) में डबल डिजिट ग्रोथ देखी गई है। यह ग्रोथ ABCL की कुल प्रॉफिटेबिलिटी को मजबूत आधार देती है, खासकर AMC व्यवसाय से लगातार बेहतर परिणाम मिल रहे हैं।
बीमा कारोबार में भी दिखी मजबूती
कंपनी के इंश्योरेंस सेगमेंट, जिसमें लाइफ और हेल्थ बीमा शामिल हैं, ने भी FY25 में दमदार प्रीमियम ग्रोथ दिखाई है। व्यक्तिगत लाइफ इंश्योरेंस के पहले साल के प्रीमियम में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 4.8% हो गई है, जो पहले 4.2% थी। वहीं हेल्थ इंश्योरेंस में यह हिस्सेदारी 11.2% से बढ़कर 12.6% तक पहुंच गई है।
FY26 में स्थायी ग्रोथ की संभावना
ब्रोकरेज फर्म MK Global की रिपोर्ट के अनुसार, FY26 में भी आदित्य बिड़ला कैपिटल के विभिन्न बिजनेस सेगमेंट्स में स्थिर ग्रोथ और बेहतर लाभ की उम्मीद की जा रही है। ब्याज दरों के घटने से कंपनी को विशेष रूप से P&C लोन जैसे हाई-मार्जिन प्रोडक्ट्स से अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
कुल मिलाकर, कंपनी के प्रदर्शन और रणनीतियों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि ABCL आने वाले वित्तीय वर्षों में निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बना रह सकता है।
डिस्क्लेमर: इस लेख में व्यक्त विचार संबंधित विशेषज्ञों और स्रोतों के हैं। यह BazaarBits की राय या निवेश सलाह नहीं है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।
आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।
