फार्मा सेक्टर की अहम कंपनी अमांता हेल्थकेयर लिमिटेड के 126 करोड़ रुपये के आईपीओ का अलॉटमेंट आज (4 सितंबर) फाइनल किया जाएगा। निवेशकों से मिली भारी प्रतिक्रिया के कारण इस इश्यू को जबरदस्त ओवरसब्सक्रिप्शन मिला।
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जबरदस्त सब्सक्रिप्शन
1 सितंबर से 3 सितंबर तक खुले इस पब्लिक इश्यू को कुल मिलाकर 82.60 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। इसमें रिटेल निवेशकों ने 54.96 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों ने 209.40 गुना, जबकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) ने 35.86 गुना हिस्सेदारी के लिए बोली लगाई। यह आंकड़े साफ बताते हैं कि निवेशकों का भरोसा कंपनी पर कितना मजबूत है।
लिस्टिंग और क्रेडिट की तारीखें
जिन निवेशकों को अलॉटमेंट मिलेगा, उनके डीमैट खाते में शेयर 5 सितंबर तक क्रेडिट कर दिए जाएंगे। इसके बाद कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग 8 सितंबर को बीएसई और एनएसई दोनों एक्सचेंजों पर होगी।
ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP)
मार्केट में इस समय अमांता हेल्थकेयर का शेयर ग्रे मार्केट में लगभग ₹9-10 प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है। इसका मतलब है कि लिस्टिंग से पहले ही यह अपने इश्यू प्राइस ₹126 के मुकाबले लगभग 7% ऊपरी स्तर पर कारोबार कर रहा है।
इश्यू की संरचना और फंड का उपयोग
यह आईपीओ पूरी तरह से फ्रेश इश्यू था, जिसके तहत 1 करोड़ नए शेयर जारी किए गए। इस ऑफर से कंपनी ने कुल ₹126 करोड़ जुटाए। इसमें से ₹38 करोड़ पहले ही एंकर इन्वेस्टर्स से प्राप्त कर लिए गए थे।
कंपनी इस पूंजी का बड़ा हिस्सा, लगभग ₹100 करोड़, गुजरात के हरियाला स्थित अपने प्लांट में नई स्टेराइल प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग लाइन लगाने में खर्च करेगी। इससे उत्पादन क्षमता बढ़ेगी और कंपनी की घरेलू व अंतरराष्ट्रीय बाजार में पकड़ और मजबूत होगी।
कंपनी की पृष्ठभूमि
अमांता हेल्थकेयर की स्थापना 1994 में हुई थी। यह कंपनी स्टेराइल लिक्विड फार्मास्यूटिकल्स के उत्पादन में विशेषज्ञ है। इसके उत्पादों में IV फ्लूइड्स, डाइल्यूएंट्स, ऑप्थैल्मिक सॉल्यूशंस, रेस्पिरेटरी केयर प्रोडक्ट्स और इरिगेशन सॉल्यूशंस शामिल हैं।
कंपनी का नेटवर्क केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके उत्पाद दुनिया के 21 देशों में एक्सपोर्ट किए जाते हैं, जिनमें अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम जैसे बाजार प्रमुख हैं।
निवेशकों के लिए क्या मतलब?
IPO में आई जोरदार मांग इस बात का संकेत है कि कंपनी की ग्रोथ पोटेंशियल को लेकर बाजार उत्साहित है। ग्रे मार्केट प्रीमियम भी पॉजिटिव संकेत दे रहा है। हालांकि, निवेशकों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि लिस्टिंग के बाद कीमतों में उतार-चढ़ाव संभव है।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।