Asian Paints: देश की अग्रणी पेंट कंपनी Asian Paints ने वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में अपने घरेलू डेकोरेटिव सेगमेंट में 11% की शानदार वॉल्यूम ग्रोथ दर्ज की है। यह वृद्धि उद्योग के औसतन 3.5 से 4% ग्रोथ रेट और बाजार विशेषज्ञों के अनुमान से कहीं अधिक रही, जिससे कंपनी ने प्रतिस्पर्धी माहौल में अपनी मजबूत पकड़ का फिर से सबूत दिया है।
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Birla Opus की एंट्री से बढ़ी प्रतिस्पर्धा
मार्च 2024 में Birla Opus के बाजार में प्रवेश के बाद पेंट इंडस्ट्री में प्रतिस्पर्धा काफी बढ़ गई थी। कंपनी ने लॉन्च के बाद से अब तक लगभग ₹10,000 करोड़ का निवेश किया है और करीब 50,000 डीलरों का नेटवर्क तैयार किया है। इसके चलते उसे मिड से हाई सिंगल डिजिट मार्केट शेयर हासिल हुआ है।
हालांकि, दूसरी तिमाही में Birla Opus की बिक्री में तिमाही-दर-तिमाही हल्की गिरावट देखी गई। कई डीलरों ने कम मुनाफे और कमजोर बिक्री के कारण दोबारा Asian Paints की ओर रुख किया है।
लाभप्रदता पर सीमित असर
प्रतिस्पर्धा के बावजूद Asian Paints ने अपनी प्रॉफिटेबिलिटी को संभालकर रखा। कंपनी के मार्जिन में सिर्फ 100-200 बेसिस पॉइंट की कमी आई है।
प्रबंधन का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2026 में राजस्व में मध्यम स्तर की वृद्धि होगी और EBITDA मार्जिन 18-20% के बीच रह सकता है। कंपनी का फोकस ऑपरेशनल एफिशिएंसी और डीलर रिटेंशन पर है, जिससे आगे की तिमाहियों में स्थिरता बनी रहेगी।
विश्लेषकों की राय
ब्रोकरेज हाउसों की राय Asian Paints को लेकर बंटी हुई है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी धीरे-धीरे मार्केट शेयर रिकवर कर रही है, जबकि अन्य का कहना है कि प्रतिस्पर्धा अभी भी चुनौतीपूर्ण बनी हुई है।
शेयर का प्रदर्शन
Asian Paints का शेयर ₹2,875 पर कारोबार कर रहा है, जो सितंबर 2022 के ₹3,590 के उच्च स्तर से लगभग 19% नीचे है। हालांकि, दूसरी तिमाही में इसमें करीब 3.8% की तेजी देखने को मिली है।
आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।

