Bayer CropScience FY25 Results: भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को Bayer CropScience के शेयरों ने जबरदस्त छलांग लगाई। कंपनी के मार्च तिमाही के बेहतरीन परिणाम सामने आने के बाद निवेशकों में जोश देखने को मिला, और इसका असर सीधे शेयर प्राइस पर नजर आया। मंगलवार, 27 मई को यह स्टॉक दिन के उच्चतम स्तर ₹5,802 तक जा पहुंचा, जो कि पिछले बंद भाव की तुलना में करीब 12% की मजबूती को दर्शाता है।
Bayer CropScience, जर्मनी की फार्मा और केमिकल क्षेत्र की दिग्गज कंपनी Bayer AG की भारतीय शाखा है। यह कंपनी भारत में कृषि क्षेत्र में सक्रिय है और बीज, फसल सुरक्षा उत्पादों और डिजिटल खेती से जुड़ी सेवाएं प्रदान करती है।Borana Weaves IPO: लिस्टिंग के साथ ही 12% उछाल, निवेशकों की चांदी
तिमाही नतीजे: मुनाफा और राजस्व में भारी बढ़त
जनवरी से मार्च 2025 के दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ ₹143.3 करोड़ दर्ज किया गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह आंकड़ा ₹96 करोड़ रहा था। वहीं, कंपनी की कुल आय इस दौरान ₹1,083.5 करोड़ रही, जो कि पिछले साल की ₹821.1 करोड़ की तुलना में काफी अधिक है। यानी लगभग 32% की आय बढ़ोतरी देखी गई।
हालांकि, पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के आंकड़े देखें तो कंपनी का कुल मुनाफा घटकर ₹568 करोड़ रह गया है, जो कि पिछले साल ₹740.5 करोड़ था। यह गिरावट सालाना आधार पर कंपनी की संपूर्ण व्यावसायिक स्थिति को दर्शाती है, जिसमें कुछ चुनौतियों का भी संकेत मिलता है।
मैनेजमेंट की प्रतिक्रिया
मार्च तिमाही के परिणामों पर बोलते हुए कंपनी के उच्च अधिकारियों ने बताया कि आय में हुई तेज़ बढ़ोतरी के पीछे मुख्य वजह स्प्रिंग कॉर्न और फसल सुरक्षा सेगमेंट में मिला बेहतर रिस्पॉन्स रहा। इसके साथ ही चैनल मैनेजमेंट पर केंद्रित रणनीति और प्रमोशनल गतिविधियों ने भी सकारात्मक योगदान दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि तिमाही दर तिमाही होने वाले उतार-चढ़ाव भारत की कृषि व्यवस्था की मौसमी प्रकृति को दर्शाते हैं, और यह ट्रेंड सामान्य है।
डिविडेंड की घोषणा
कंपनी के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतिम डिविडेंड के रूप में ₹35 प्रति शेयर देने का प्रस्ताव रखा है। यह लाभांश ₹10 के फेस वैल्यू वाले इक्विटी शेयर पर दिया जाएगा। हालांकि, इसे अंतिम रूप देने के लिए अब भी शेयरधारकों की मंजूरी ली जानी बाकी है।
Bayer CropScience के ताजा परिणामों ने यह साबित कर दिया है कि कृषि क्षेत्र में जब रणनीतिक फैसले सही दिशा में लिए जाएं, तो उनका असर कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन और शेयर बाजार की प्रतिक्रिया पर साफ दिखाई देता है। यदि इस गति को बनाए रखा गया, तो निवेशकों के लिए आने वाले समय में और भी अच्छे मौके बन सकते हैं।
डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई कोई भी जानकारी निवेश सलाह नहीं है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।