Cochin Shipyard News: देश की प्रमुख शिपबिल्डिंग और मरम्मत कंपनी कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (Cochin Shipyard Ltd.) आने वाले मंगलवार, 12 अगस्त को अप्रैल-जून तिमाही (Q1 FY26) के वित्तीय नतीजे घोषित करने जा रही है। कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक में इस अवधि के लिए स्टैंडअलोन और कंसोलिडेटेड, दोनों तरह के अनऑडिटेड परिणामों को मंजूरी दी जाएगी।
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ट्रेडिंग विंडो बंद
निवेशकों की सुरक्षा और बाजार नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए, कंपनी ने पहले ही 1 जुलाई से ट्रेडिंग विंडो बंद कर दी थी। यह विंडो नतीजों की घोषणा के 48 घंटे बाद फिर से खुलेगी। इसका मतलब है कि कंपनी के शीर्ष अधिकारी और संबंधित लोग नतीजे आने से पहले शेयरों की खरीद-फरोख्त नहीं कर सकते।
पिछली तिमाही का प्रदर्शन
पिछली (मार्च 2025 समाप्त) तिमाही में कोचीन शिपयार्ड ने कंसोलिडेटेड आधार पर ₹1,757.65 करोड़ का राजस्व दर्ज किया था, जो साल-दर-साल 36.6% की वृद्धि दर्शाता है। इसी अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ ₹287.19 करोड़ रहा, जो 11% की सालाना बढ़त है।
हालांकि, मुनाफे की परिचालन क्षमता पर दबाव देखने को मिला। कंपनी का EBITDA 8% घटकर ₹265.78 करोड़ रह गया और EBITDA मार्जिन 22.5% से सिकुड़कर 15.1% पर आ गया। यह गिरावट लागत में बढ़ोतरी और कुछ परियोजनाओं की देरी के कारण हुई।
शेयर बाजार में हालिया रुझान
बीते पांच कारोबारी सत्रों में कोचीन शिपयार्ड का शेयर 5.18% टूट चुका है, जबकि पिछले एक महीने में इसमें लगभग 16.12% की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, अगर छह महीने का प्रदर्शन देखें तो स्टॉक अभी भी करीब 25.38% ऊपर है, जो दीर्घकालिक निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत माना जा सकता है।
यह शेयर 6 जून 2025 को ₹2,545 के स्तर पर 52-सप्ताह का उच्चतम भाव छू चुका है, जबकि 18 फरवरी 2025 को ₹1,180.20 का 52-सप्ताह का निचला स्तर देखा गया था।
मौजूदा भाव
शुक्रवार के कारोबारी सत्र में Cochin Shipyard का शेयर ₹1,733.00 पर बंद हुआ, जो पिछले दिन से ₹92 यानी लगभग 5.61% की बढ़त दर्शाता है। नतीजों से पहले यह तेजी इस उम्मीद में देखी जा रही है कि कंपनी भविष्य के लिए मजबूत गाइडेंस दे सकती है, हालांकि पिछली तिमाही में मार्जिन दबाव के कारण निवेशकों में कुछ सतर्कता भी है।
अब बाजार की नज़र 12 अगस्त को आने वाले नतीजों पर टिकी है। अगर राजस्व और मुनाफे में अनुमान से बेहतर प्रदर्शन हुआ, तो स्टॉक में फिर से तेजी देखने को मिल सकती है, लेकिन कमजोर नतीजों की स्थिति में शेयर पर और दबाव आ सकता है।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।