Defence PSU Upgrade: मिनीरत्न श्रेणी-I में शामिल हुई तीन बड़ी कंपनियां, स्वदेशी निर्माण को मिलेगा बल

Defence PSU Upgrade: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश की तीन प्रमुख रक्षा कंपनियों — म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड (MIL), आर्मर्ड व्हीकल्स निगम लिमिटेड (AVNL) और इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड (IOL) — को ‘मिनीरत्न श्रेणी-I’ का दर्जा देने को मंजूरी दी है। यह फैसला इन संस्थानों की शानदार प्रगति और उनके कारोबारी प्रदर्शन को देखते हुए लिया […]

Defence Stocks News: रक्षा और ऑटो सेक्टर में निवेश के अवसर, विशेषज्ञ सलाह

Defence PSU Upgrade: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश की तीन प्रमुख रक्षा कंपनियों — म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड (MIL), आर्मर्ड व्हीकल्स निगम लिमिटेड (AVNL) और इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड (IOL) — को ‘मिनीरत्न श्रेणी-I’ का दर्जा देने को मंजूरी दी है। यह फैसला इन संस्थानों की शानदार प्रगति और उनके कारोबारी प्रदर्शन को देखते हुए लिया गया है। अब इन कंपनियों को निर्णय लेने में अधिक स्वतंत्रता मिलेगी, जिससे नवाचार और विस्तार के रास्ते खुलेंगे।

रक्षा मंत्री ने इन तीनों सार्वजनिक उपक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि इन्होंने पारंपरिक सरकारी ढांचे से निकलकर लाभ कमाने वाली कॉरपोरेट इकाइयों के रूप में खुद को स्थापित किया है। उन्होंने टर्नओवर में बढ़ोतरी, स्वदेशी तकनीक को अपनाने और अन्य प्रदर्शन मानकों को बेहतर बनाने की दिशा में इनके प्रयासों की प्रशंसा की।

म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड (MIL): गोला-बारूद निर्माण में बड़ी छलांग

MIL ने अपने गठन के बाद से कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं। वर्ष 2021-22 में जहां कंपनी की बिक्री ₹2,571.6 करोड़ थी, वहीं 2024-25 के लिए यह आंकड़ा बढ़कर ₹8,282 करोड़ (अनंतिम) तक पहुंच गया है। यह लगभग तीन गुना वृद्धि को दर्शाता है। निर्यात के क्षेत्र में भी कंपनी ने उल्लेखनीय काम किया है। MIL छोटे से लेकर बड़े कैलिबर के गोले, मोर्टार, रॉकेट और हैंड ग्रेनेड जैसे उत्पाद स्वयं विकसित कर रही हैSuzlon Energy Share News: तिमाही नतीजों के बाद सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में जबरदस्त उछाल

आर्मर्ड व्हीकल्स निगम लिमिटेड (AVNL): देश में बना स्वदेशी टैंक इंजन

AVNL ने भी विकास की नई ऊँचाइयों को छुआ है। वर्ष 2021-22 में कंपनी की बिक्री ₹2,569.26 करोड़ थी, जो 2024-25 में बढ़कर ₹4,986 करोड़ (अनंतिम) हो गई है। यह लगभग 190% की बढ़ोतरी है। सबसे अहम बात यह है कि कंपनी ने टी-72, टी-90 और बीएमपी-II जैसे लड़ाकू प्लेटफॉर्म्स के लिए पूरी तरह स्वदेशी इंजन तैयार करना शुरू कर दिया है। इसके प्रमुख उत्पादों में अर्जुन टैंक, टी-90, बीएमपी-II सारथ और विभिन्न प्रकार के समर्थन वाहन शामिल हैं।

इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड (IOL): ऑप्टो-इलेक्ट्रॉनिक्स में अग्रणी

IOL ने ऑप्टिकल और इलेक्ट्रॉनिक प्रणालियों के क्षेत्र में खुद को एक अग्रणी कंपनी के रूप में स्थापित किया है। 2021-22 में जहां इसका कारोबार ₹562.12 करोड़ था, वह अब बढ़कर ₹1,541.38 करोड़ (अनंतिम) हो गया है — यानी 250% से अधिक की वृद्धि। कंपनी ऐसे उपकरण तैयार करती है जो टी-90, टी-72, बीएमपी-II जैसे रक्षा प्लेटफार्मों के लिए अत्यंत जरूरी हैं। इसमें दृष्टि उपकरण, नाइट विजन और लेजर आधारित सिस्टम प्रमुख हैं।

आत्मनिर्भर भारत की दिशा में सशक्त कदम

गौरतलब है कि 1 अक्टूबर 2021 को रक्षा उत्पादन को अधिक कुशल बनाने और स्वायत्तता बढ़ाने के उद्देश्य से ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड को सात स्वतंत्र रक्षा पीएसयू में विभाजित किया गया था। इनमें से MIL और AVNL को ‘शेड्यूल A’ और IOL को ‘शेड्यूल B’ के अंतर्गत रखा गया है।

इन तीनों कंपनियों को मिनीरत्न-I का दर्जा मिलने से न केवल उनकी कार्यशैली में तेजी आएगी, बल्कि यह भारत की आत्मनिर्भर रक्षा प्रणाली को भी मजबूती प्रदान करेगा। यह निर्णय देश को ‘मेक इन इंडिया’ और ‘डिफेंस एक्सपोर्ट हब’ की ओर तेजी से ले जाने में मदद करेगा।

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