Defence Stocks में बड़ी गिरावट सीजफायर की खबरों के बीच डिफेंस मार्केट में बिकवाली का तूफान

Defence Stocks: ईरान और इजरायल के बीच संभावित युद्धविराम की खबरों के बीच आज भारतीय शेयर बाजार में खासा उतार-चढ़ाव देखने को मिला। जहां एक ओर ग्लोबल सेंटीमेंट थोड़ा सकारात्मक हुआ है, वहीं डिफेंस सेक्टर के शेयरों में गहरी गिरावट दर्ज की गई है। निवेशकों ने हालिया तेजी के बाद मुनाफा बुक करना शुरू कर […]

NATO Defence Budget Impact triggers 4% surge in Indian defence stocks including BEL, HAL and Data Patterns

Defence Stocks: ईरान और इजरायल के बीच संभावित युद्धविराम की खबरों के बीच आज भारतीय शेयर बाजार में खासा उतार-चढ़ाव देखने को मिला। जहां एक ओर ग्लोबल सेंटीमेंट थोड़ा सकारात्मक हुआ है, वहीं डिफेंस सेक्टर के शेयरों में गहरी गिरावट दर्ज की गई है। निवेशकों ने हालिया तेजी के बाद मुनाफा बुक करना शुरू कर दिया है, जिससे यह दबाव बढ़ता नजर आया।

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डिफेंस शेयरों पर गिरावट का साया

आज के कारोबार में डिफेंस सेक्टर से जुड़ी प्रमुख कंपनियों के शेयरों में जोरदार गिरावट देखने को मिली। Mishra Dhatu Nigam (MIDHANI) 5.31% टूटा, जबकि Garden Reach Shipbuilders में 6% की गिरावट दर्ज की गई। Astra Microwave 4.91%, Paras Defence 4.14% और BEML 5.91% कमजोर हुए। इसी तरह Bharat Dynamics Ltd के शेयर 3.65%, Hindustan Aeronautics Ltd (HAL) 2.26% और Mazagon Dock Shipbuilders 1.93% नीचे बंद हुए। सबसे अधिक दबाव Garden Reach और BEML में नजर आया, जहां निवेशकों ने जमकर मुनाफावसूली की।

एक महीने की रैली के बाद ब्रेक

ध्यान देने वाली बात यह है कि इन कंपनियों ने बीते एक महीने में शानदार प्रदर्शन किया था। MIDHANI में लगभग 15% की बढ़त, जबकि Garden Reach में 25% से ज्यादा तेजी देखने को मिली थी। Cochin Shipyard भी करीब 20% ऊपर गया था। Astra Microwave ने हाल ही में 10% तक की छलांग लगाई थी। लेकिन आज अचानक से बिकवाली का माहौल बन गया।

सीजफायर की खबरों का असर या मुनाफावसूली?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में दावा किया कि ईरान और इजरायल के बीच युद्धविराम की सहमति बन गई है। हालांकि, अभी तक दोनों देशों ने इस पर आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। इसके बावजूद अंतरराष्ट्रीय बाजारों में राहत की लहर दौड़ गई। भारत के प्रमुख सूचकांक भी हरे निशान में नजर आए, लेकिन डिफेंस स्टॉक्स ने इसका साथ नहीं दिया।

विशेषज्ञों की राय क्या कहती है?

विश्लेषकों का मानना है कि डिफेंस शेयरों में हालिया रैली के बाद ये गिरावट एक “स्वाभाविक करेक्शन” है। इसके पीछे एक वजह यह भी हो सकती है कि सीजफायर की संभावना से डिफेंस ऑर्डर्स या डिमांड को लेकर अनिश्चितता बनी हो, जिससे निवेशकों ने पोजिशन हल्की करना शुरू कर दिया है।

लंबी अवधि के निवेशकों के लिए अवसर

ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि डिफेंस सेक्टर में भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसी पहल के चलते लंबी अवधि में सकारात्मकता बनी हुई है। ऐसे में जो निवेशक लॉन्ग टर्म नजरिया रखते हैं, उनके लिए यह गिरावट एक एंट्री पॉइंट साबित हो सकती है।

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