DMart Q1 FY26 Results: रिटेल सेक्टर की दिग्गज कंपनी Avenue Supermarts Ltd (जिसे हम आमतौर पर DMart के नाम से जानते हैं) ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY26) के नतीजे जारी कर दिए हैं। लेकिन निवेशकों के लिए यह खबर कुछ खास राहत भरी नहीं रही। कंपनी का शुद्ध मुनाफा लगभग स्थिर रहा और बाजार की उम्मीदों से पीछे छूट गया।
शुद्ध लाभ में ठहराव, राजस्व में मामूली बढ़त
DMart ने इस तिमाही में ₹772.81 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले लगभग समान है। यानी कंपनी का मुनाफा इस बार फ्लैट रहा।
हालांकि, कुल राजस्व ₹16,359.7 करोड़ तक पहुंचा जो साल-दर-साल करीब 16.3% की वृद्धि को दर्शाता है। यानी बिक्री बढ़ी जरूर, लेकिन मुनाफे पर उसका असर नहीं दिखा।
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मार्जिन में गिरावट, कई कारण जिम्मेदार
कंपनी के प्रॉफिट मार्जिन में गिरावट देखी गई, जिसका मुख्य कारण स्टेपल्स (दैनिक उपभोग की वस्तुएं) और नॉन-फूड कैटेगरी में कीमतों में भारी गिरावट (deflation) रहा। इसके अलावा, FMCG सेक्टर में बढ़ती प्रतिस्पर्धा, और ऑपरेशनल कॉस्ट में वृद्धि ने भी मार्जिन पर दबाव डाला।
DMart जैसी डिस्काउंट-फोक्सड रिटेलर के लिए यह काफी चुनौतीपूर्ण स्थिति है, क्योंकि कम कीमत पर सामान बेचने की रणनीति तभी टिकती है जब ऑपरेशनल मार्जिन स्थिर रहे।
शेयरों में गिरावट, बाजार की प्रतिक्रिया नकारात्मक
DMart के नतीजों के बाद शेयर बाजार में कंपनी के स्टॉक पर दबाव दिखा। कंपनी के शेयर ₹4,064.20 पर बंद हुए, जिसमें ₹104.80 (-2.51%) की गिरावट दर्ज की गई। इससे स्पष्ट है कि निवेशकों ने इस तिमाही के कमजोर प्रदर्शन को लेकर चिंता जताई है।
ब्रोकरेज फर्मों की राय: सतर्क रहना जरूरी
कई ब्रोकरेज हाउस और विश्लेषकों ने इन नतीजों को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी है। उनके अनुसार, कंपनी को आने वाले समय में भी मुनाफे के दबाव और उपभोक्ता वस्तुओं की प्रतिस्पर्धा जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, ग्राहकों को लुभाने के लिए बढ़ते डिस्काउंट और प्रमोशनल ऑफर्स से भी लागत पर असर पड़ने की आशंका है।
DMart के लिए आगे का रास्ता
DMart अब एक ऐसे मुकाम पर है जहां बिक्री तो बढ़ रही है, लेकिन बढ़ती लागत, स्लिम मार्जिन और कॉम्पिटीशन के चलते मुनाफा स्थिर हो गया है। कंपनी को अपने बिजनेस मॉडल में लचीलापन लाने और लॉन्ग टर्म प्लानिंग पर काम करने की ज़रूरत है, ताकि वह नए दौर की रिटेल चुनौती से निपट सके।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।