FII Investment in Auto Stocks: ऑटो सेक्टर में एफआईआई का बड़ा दांव, 4,500 करोड़ रुपये का निवेश

भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर में विदेशी निवेशकों (FII) की दिलचस्पी एक बार फिर बढ़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जीएसटी दरों में व्यापक पुनर्गठन की घोषणा के बाद सितंबर के शुरुआती 15 दिनों में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने ऑटो कंपनियों के शेयरों में करीब 4,500 करोड़ रुपये लगाए हैं। यह भी पढ़ें: Foreign Exchange Reserves: भारत […]

FII Investment in Auto Stocks: जीएसटी दरों में कटौती के बाद 4,500 करोड़ रुपये का निवेश

भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर में विदेशी निवेशकों (FII) की दिलचस्पी एक बार फिर बढ़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जीएसटी दरों में व्यापक पुनर्गठन की घोषणा के बाद सितंबर के शुरुआती 15 दिनों में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने ऑटो कंपनियों के शेयरों में करीब 4,500 करोड़ रुपये लगाए हैं।

यह भी पढ़ें: Foreign Exchange Reserves: भारत का विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड स्तर पर, पहली बार 700 अरब डॉलर के पार

जीएसटी परिषद का बड़ा फैसला

22 सितंबर से लागू नई दरों के तहत एसयूवी सेगमेंट, जो पहले 50% कर के दायरे में था, अब उस पर 40% टैक्स लगेगा। वहीं, ट्रैक्टर जैसे आवश्यक वाहनों पर कर को 18% से घटाकर सिर्फ 5% कर दिया गया है। इस कदम को उद्योग के लिए बड़ा प्रोत्साहन माना जा रहा है।

यह भी पढ़ें: US Tariff: रूस के विदेश मंत्री का बयान, अमेरिका के दबाव भारत और चीन पर काम नहीं आए 

निवेश का रुझान

सितंबर की पहली छमाही में ऑटो सेक्टर में 1,908 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश आया, जो अगस्त के पूरे महीने के 1,803 करोड़ रुपये के आंकड़े से ज्यादा है। इस तेजी ने निवेशकों के उत्साह को दर्शाया है।

ऑटो इंडेक्स और कंपनियों का प्रदर्शन

निफ्टी ऑटो इंडेक्स 14 अगस्त से अब तक लगभग 13% चढ़ चुका है। इस रैली में सबसे ज्यादा बढ़त आयशर मोटर्स ने दर्ज की है, जिसके शेयरों में करीब 17% का इजाफा हुआ। इसके बाद मारुति सुजुकी, टीवीएस मोटर और समवर्धना मदरसन जैसे दिग्गजों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है।

ब्रोकरेज हाउसेज का अनुमान है कि टैक्स कटौती के चलते ऑटो सेक्टर में नई मांग पैदा होगी और कंपनियों का मूल्यांकन सुधरेगा। मोतीलाल ओसवाल ने मारुति सुजुकी की कमाई में 16% और महिंद्रा एंड महिंद्रा की कमाई में 20% बढ़त का अनुमान जताया है।

अन्य सेक्टरों में निवेश का हाल

ऑटो सेक्टर से इतर भी विदेशी निवेशकों की गतिविधियां नजर आईं। पूंजीगत सामान सेक्टर में 1,518 करोड़ रुपये, धातु कंपनियों में 1,394 करोड़ रुपये और वित्तीय सेवाओं में 1,039 करोड़ रुपये का निवेश हुआ।

वहीं, कुछ क्षेत्रों में विदेशी निवेशक पूंजी निकालते हुए दिखे। उपभोक्ता सेवाओं से 3,246 करोड़ रुपये, आईटी सेक्टर से 2,014 करोड़ रुपये और रियल एस्टेट से 2,095 करोड़ रुपये निकाला है।

Scroll to Top