Gensol Engineering: 94% गिरावट के बाद निवेशकों को झटका, इस्तीफे और घोटाले ने मचाई हलचल

Gensol Engineering के शेयर मंगलवार, 13 मई 2025 को फिर से 5% के लोअर सर्किट पर बंद हुए। कंपनी के शेयर अब ₹51.25 तक गिर चुके हैं, जो एक समय ₹1124 के उच्चतम स्तर पर थे। इस तरह एक साल में कंपनी का शेयर 94% टूट चुका है। लगातार गिरती कीमतों ने निवेशकों को बेचैन कर दिया है।
इस्तीफों से बढ़ी बेचैनी
सोमवार शाम को कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर अनमोल सिंह जग्गी और वाइस डायरेक्टर पुनीत सिंह जग्गी ने अचानक अपने पद छोड़ दिए। अनमोल सिंह ने इस्तीफे की वजह SEBI के 15 अप्रैल 2025 के आदेश को बताया, पर इसके पीछे की असली वजह कहीं ज़्यादा गंभीर है।https://bazaarbits.com/power-mech-projects-972-crore-order-telangana-township/
घोटाले के आरोप: 262 करोड़ का सवाल
SEBI की जांच में खुलासा हुआ कि Gensol ने IREDA और PFC से इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद के लिए ₹978 करोड़ का लोन लिया था। कंपनी ने कहा था कि वह 6,400 ईवी खरीदेगी और उन्हें ब्लूस्मार्ट मोबिलिटी को लीज पर देगी। लेकिन जांच में सामने आया कि सिर्फ 4,700 वाहन ही खरीदे गए, जिनकी लागत ₹567 करोड़ थी। बाकी ₹262 करोड़ कहां गए?
SEBI के अनुसार, यह पैसा महंगे फ्लैट, लग्जरी आइटम्स और रिश्तेदारों के खातों में भेजा गया। DLF Camellias जैसे प्रीमियम अपार्टमेंट्स में निवेश और फर्जी दस्तावेजों के ज़रिए लोन की किस्तों की झूठी जानकारी भी दी गई।
ब्लूस्मार्ट भी संकट में
जेनसोल की सहयोगी कंपनी BluSmart Mobility, जो दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में इलेक्ट्रिक कैब सेवा देती थी, उसने अपनी सेवाएं बंद कर दी हैं। यूज़र्स को मैसेज भेजकर बताया गया कि अगर 90 दिनों में सेवाएं शुरू नहीं हुईं तो वॉलेट बैलेंस वापस कर दिया जाएगा।
निवेशकों की उम्मीद टूटी
बीते 23 कारोबारी दिनों में कंपनी के शेयरों में लगातार गिरावट देखी गई, जिनमें से 18 दिन 5% के लोअर सर्किट लगे। निवेशकों को लगातार नुकसान झेलना पड़ रहा है। एक समय 155 निवेशकों से बढ़कर यह संख्या 1.1 लाख पार कर चुकी थी।
अदालत और मंत्रालय की जांच
Gensol ने SEBI के आदेश को SAT में चुनौती दी, लेकिन वहां से कोई राहत नहीं मिली। SAT ने कंपनी से दो हफ्तों में जवाब मांगा है और SEBI को चार हफ्तों में अंतिम फैसला देने को कहा है। वहीं, MCA (कॉरपोरेट मामलों का मंत्रालय) और ICAI (चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान) ने भी जांच शुरू कर दी है।
भविष्य पर संकट के बादल
कभी ग्रीन एनर्जी और ईवी सेगमेंट की आशा मानी जाने वाली Gensol आज भारी संकट में है। SEBI ने जग्गी बंधुओं को किसी भी सूचीबद्ध कंपनी में निदेशक बनने से रोक दिया है। साथ ही, प्रस्तावित स्टॉक स्प्लिट को भी रद्द कर दिया गया है।