Gold Funds: दुनिया भर में निवेशकों का रुझान एक बार फिर सोने की ओर बढ़ता दिख रहा है। हालिया रिपोर्ट के अनुसार, बीते पांच सप्ताहों में लगातार विदेशी निवेश सोने से जुड़ी म्यूचुअल फंड स्कीमों में देखने को मिला है। इस दौरान करीब 22 अरब डॉलर की पूंजी का निवेश हुआ, जो कि बहुमूल्य धातुओं के फंड्स में निवेश के लिहाज़ से एक महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है।
यह निवेश प्रवाह महामारी के बाद से अब तक का सबसे उच्चतम स्तर है। Elara Capital द्वारा 27 जून को जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि सोना और इक्विटी के अनुपात में यह निवेश नवंबर 2021 के बाद सबसे मजबूत स्तर पर पहुंच चुका है।
इस रिपोर्ट के अनुसार, यह ट्रेंड दर्शाता है कि वैश्विक स्तर पर निवेशक अब एक बार फिर सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर लौट रहे हैं — खासकर ऐसे समय में जब शेयर बाज़ारों में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। निवेशक सोने को एक भरोसेमंद विकल्प मानते हैं, खासकर तब, जब वैश्विक अर्थव्यवस्था या भू-राजनीतिक हालात अस्थिर हों।
EPFR Global के आंकड़ों के हवाले से जारी की गई इस रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि सोने की ओर यह बढ़ता झुकाव न सिर्फ अमेरिका, बल्कि यूरोप और एशियाई बाजारों में भी देखा गया है। इससे यह साफ है कि यह रुझान किसी एक क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि एक वैश्विक निवेश परिवर्तन का संकेत दे रहा है।
इस प्रकार, सोने में बढ़ती दिलचस्पी न केवल पारंपरिक निवेशकों के लिए एक पॉजिटिव संकेत है, बल्कि यह मार्केट की मानसिकता में हो रहे बदलाव को भी दर्शाता है — जहां अब निवेशक शेयरों की तुलना में अपेक्षाकृत कम जोखिम वाले एसेट्स को प्राथमिकता दे रहे हैं।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।