Gold News: क्या सोना बनाएगा नया ऑल टाइम हाई? जानिए बाजार का रुख

Gold News: पिछले कुछ दिनों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की चमक एक बार फिर तेज़ी से बढ़ी है। इसकी वजह है दुनिया भर में बढ़ते तनाव और अमेरिका की अर्थव्यवस्था से जुड़ी कुछ नरम रिपोर्टें। बाजार में डर और अस्थिरता का माहौल बना हुआ है, जिसका सीधा असर कीमती धातुओं की मांग पर पड़ रहा है।
गुरुवार को सोने के हाजिर भाव (स्पॉट गोल्ड) में 1.1% की तेज़ी आई और यह $3,387.99 प्रति औंस तक पहुंच गया, जो कि पिछले सात दिनों में सबसे ऊंचा स्तर है। वहीं अमेरिकी गोल्ड वायदा भाव (Gold Futures) 2% उछलकर $3,410.70 पर बंद हुआ।
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शुक्रवार को भी कीमतों में मजबूती जारी रही और सोने का रेट $3,460 प्रति औंस से भी ऊपर निकल गया। भारतीय बाजार के लिहाज से बात करें तो यह बढ़त लगभग ₹5,000 प्रति 10 ग्राम के बराबर है। चांदी भी पीछे नहीं रही और इसका रेट $37 प्रति औंस के करीब पहुंच गया है।
तेज़ी के पीछे क्या वजह है?
इस बढ़त की सबसे बड़ी वजह है मध्य पूर्व में इज़राइल और ईरान के बीच बिगड़ते हालात। अमेरिका ने इस तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए कुछ सैन्य और राजनयिक स्टाफ को वहां से हटा लिया है। अमेरिकी नेतृत्व ने चेतावनी दी है कि हालात कभी भी नियंत्रण से बाहर जा सकते हैं। वहीं ईरान की ओर से यह बयान आया है कि यदि उस पर हमला हुआ, तो वह अमेरिकी सैन्य ठिकानों को जवाब देगा।
साथ ही, अमेरिका के आर्थिक संकेतकों से भी बाजार को यह भरोसा मिल रहा है कि ब्याज दरों में कटौती की संभावना प्रबल हो गई है। मई में जारी प्रोड्यूसर प्राइस इंडेक्स (PPI) महज 0.1% बढ़ा, जो विश्लेषकों के अनुमानों से काफी कम है। बेरोजगारी से जुड़े आंकड़े भी यह संकेत दे रहे हैं कि अमेरिकी श्रम बाज़ार में कमजोरी आई है।
अब निवेशक मानकर चल रहे हैं कि फेडरल रिज़र्व शायद सितंबर में ब्याज दरें घटा सकता है। पहले जहाँ दूसरी कटौती की संभावना दिसंबर मानी जा रही थी, अब वो अक्टूबर में ही संभावित दिख रही है।
विशेषज्ञों की राय और आगे की रणनीति
धातु विश्लेषक पीटर ग्रांट के अनुसार, अगर सोने का भाव $3,400 से ऊपर बंद रहता है, तो अगला लक्ष्य $3,417 और फिर $3,431 हो सकता है। यदि यह स्तर पार होता है, तो नई ऊँचाई पर पहुंचने का रास्ता साफ होगा। अगर चांदी $38 पार करती है, तो इसका अगला पड़ाव $40 हो सकता है।
निवेशकों के लिए सलाह
इस अनिश्चित माहौल में जानकार मानते हैं कि गोल्ड ETF या सरकारी गोल्ड बॉन्ड के ज़रिए निवेश को बढ़ाना एक समझदारी भरा कदम होगा। जब दुनिया डगमगाने लगती है, तब सोना हमेशा सबसे स्थिर और सुरक्षित विकल्प के रूप में सामने आता है — और इस बार भी वही हो रहा है।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। इसमें दी गई कोई भी जानकारी निवेश सलाह नहीं मानी जानी चाहिए। कृपया निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।