Gold Price Today: दुनियाभर के निवेशकों की नजर अब एक बार फिर सोने पर टिक गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पीली धातु की कीमतों में आई मजबूती का असर अब भारतीय वायदा बाजार पर भी साफ नजर आ रहा है। डॉलर में कमजोरी और अमेरिका की अर्थव्यवस्था को लेकर बढ़ती अनिश्चितताओं ने सोने को एक बार फिर सेफ हैवन यानी सुरक्षित निवेश के रूप में स्थापित कर दिया है।
अमेरिकी डॉलर कमजोर, सोना फिर बना पसंदीदा निवेश
बीते शुक्रवार कॉमेक्स (COMEX) पर सोने की कीमतों में मामूली बढ़त देखने को मिली। हालांकि यह बढ़त इस सप्ताह की अब तक की सबसे मजबूत तेजी की ओर इशारा करती है। अमेरिका की आर्थिक स्थिति को लेकर बढ़ती चिंता और डॉलर की गिरावट इसका मुख्य कारण रही। डॉलर के कमजोर होने से अन्य मुद्राओं में व्यापार करने वाले निवेशकों के लिए सोना खरीदना सस्ता हो जाता है, जिससे इसकी मांग बढ़ जाती है।IndusInd Bank Share News: Q4 घाटे के बावजूद 6.5% की तेजी, Nifty भी 24800 के करीब
ताजा आंकड़ों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय हाजिर बाजार में सोने की कीमत 0.3% बढ़कर प्रति औंस 3,303.09 डॉलर तक पहुंच गई। वहीं, इस हफ्ते अब तक इसमें कुल 3% की बढ़त हो चुकी है, जो 7 अप्रैल के बाद का सबसे अच्छा प्रदर्शन है। अमेरिकी सोने के वायदा भाव में भी 0.2% की बढ़त दर्ज की गई और यह 3,302.80 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया।
डॉलर की कमजोरी से सोने की चमक बढ़ी
इस सप्ताह अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में 1% से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है। यह गिरावट भी 7 अप्रैल के बाद की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट है। जब डॉलर कमजोर होता है, तो स्वाभाविक रूप से सोना मजबूत होता है, क्योंकि यह दुनिया भर में डॉलर में ही ट्रेड होता है। नतीजतन, निवेशक जोखिम से बचने के लिए सोने की ओर रुख कर रहे हैं।
MCX पर सोने और चांदी में बढ़त
घरेलू बाजार में भी सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सुबह 10 बजे के आसपास सोने के दाम में 364 रुपये की तेजी आई और यह 95,900 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा था। इससे पिछले कारोबारी दिन यह 95,536 रुपये पर बंद हुआ था।
चांदी की बात करें तो इसमें भी खरीदारी का माहौल नजर आया। MCX पर चांदी 285 रुपये चढ़कर 98,081 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई, जबकि बीते दिन यह 97,796 रुपये पर बंद हुई थी।
क्या आगे भी रहेगी तेजी?
सोने की मौजूदा मजबूती को देखते हुए जानकारों का मानना है कि जब तक डॉलर दबाव में है और वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, तब तक सोने में मजबूती का रुख बना रह सकता है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे कीमतों में उतार-चढ़ाव के बीच सोच-समझकर निवेश करें, क्योंकि आने वाले दिनों में अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों और फेडरल रिजर्व के रुख से बाजार की दिशा तय होगी।
आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।

