GRSE Share Price News: जर्मन कंपनी के साथ समझौते के बाद GRSE शेयर में 4% का उछालडिफेंस सेक्टर से जुड़ी सरकारी कंपनी गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) के शेयरों में गुरुवार को जोरदार तेजी देखी गई। दरअसल, कंपनी ने जर्मनी की एक बड़ी शिपबिल्डिंग फर्म के साथ चार मल्टी-पर्पज़ वेसल्स (जहाजों) के निर्माण को लेकर एक अहम समझौता (MoU) किया है। इस खबर के सामने आते ही शेयर बाजार में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ गई और GRSE के शेयर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए।
बाजार खुलते ही शेयरों में मजबूती दिखने लगी और GRSE का स्टॉक 4% से ज्यादा चढ़कर नई ऊंचाई पर पहुंच गया। घरेलू रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता की दिशा में यह करार बेहद अहम माना जा रहा है, जिससे GRSE की ब्रांड वैल्यू और ऑर्डर बुक दोनों में संभावित इज़ाफा हो सकता है।
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निवेशकों का भरोसा बढ़ा
कंपनी की यह रणनीतिक पहल निवेशकों को लुभा रही है। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, यह समझौता GRSE के लिए एक बड़ा कारोबारी अवसर साबित हो सकता है, क्योंकि इससे उसे न सिर्फ विदेशी तकनीक का लाभ मिलेगा, बल्कि जर्मन पार्टनरशिप से गुणवत्ता और दक्षता में भी सुधार होगा।
डिफेंस सेक्टर में हाल के वर्षों में सरकारी प्रोत्साहनों और मेक इन इंडिया पहल के चलते निवेशकों का रुझान लगातार बढ़ रहा है। GRSE के ताजा MoU ने इस सेक्टर को एक बार फिर चर्चा में ला दिया है।
शेयरों में तेजी के पीछे की वजह
विशेषज्ञ बताते हैं कि यह सिर्फ एक MoU नहीं है, बल्कि GRSE के ग्रोथ ट्रैक को मज़बूत करने वाला कदम है। कंपनी के पास पहले से ही नौसेना और तटरक्षक बल के लिए जहाज बनाने का बड़ा अनुभव है, और अब यह अंतरराष्ट्रीय साझेदारी इसके तकनीकी कौशल को और आगे ले जाने में मदद करेगी।
GRSE के शेयरों की यह तेजी इस बात का संकेत है कि बाजार इस डील को लेकर काफी सकारात्मक है। अगर भविष्य में यह समझौता ऑर्डर में बदलता है तो इससे कंपनी की आय और मुनाफा दोनों में बड़ा इज़ाफा देखने को मिल सकता है।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।