HAL डिफेंस ऑर्डर 2025: अब तक का सबसे बड़ा सौदा, देश की डिफेंस इंडस्ट्री को मिली नई उड़ान

HAL डिफेंस ऑर्डर 2025: देश की अग्रणी रक्षा निर्माण कंपनी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। कंपनी को इस वर्ष अब तक का सबसे बड़ा रक्षा ऑर्डर मिला है, जिसकी कुल वैल्यू करीब 1.90 लाख करोड़ रुपये बताई जा रही है। यह अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर है जो […]

HAL डिफेंस ऑर्डर 2025 की जानकारी देता हुआ ग्राफिक जिसमें LCM MARK-1A और LCH हेलीकॉप्टर की डिलीवरी की झलक दिखती है

HAL डिफेंस ऑर्डर 2025: देश की अग्रणी रक्षा निर्माण कंपनी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। कंपनी को इस वर्ष अब तक का सबसे बड़ा रक्षा ऑर्डर मिला है, जिसकी कुल वैल्यू करीब 1.90 लाख करोड़ रुपये बताई जा रही है। यह अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर है जो किसी भी भारतीय डिफेंस कंपनी को प्राप्त हुआ है।

इस बड़ी डील के अंतर्गत HAL को LCM MARK-1A फाइटर जेट की डिलीवरी करनी है, जिसकी शुरुआत इसी साल से होगी। इसके अलावा, कंपनी को LCH (लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर) के लिए भी लगभग 65,000 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है। इसके साथ ही SU-30 एयरक्राफ्ट से जुड़े प्रोजेक्ट्स भी कंपनी की डिलीवरी पाइपलाइन में हैं।

HAL के पास कुल मिलाकर अब इतने बड़े ऑर्डर हैं कि कंपनी की ऑर्डर बुक 1.90 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर चुकी है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले वर्ष में यह आंकड़ा और भी ऊपर जा सकता है। यह डील न सिर्फ कंपनी के लिए बल्कि भारत के रक्षा क्षेत्र के लिए भी एक मील का पत्थर मानी जा रही है।https://bazaarbits.com/bharat-electronics-572-crore-defence-order-share-news/

HAL के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. डी के सुनील ने बताया कि कंपनी इस मौके को पूरी क्षमता के साथ उपयोग करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि HAL का पूरा ध्यान डिलीवरी समय पर करने, गुणवत्ता बनाए रखने और ग्राहकों की आवश्यकताओं को पूरा करने पर है।

इस पॉजिटिव खबर के बाद उम्मीद की जा रही है कि सोमवार को बाजार खुलते ही HAL के शेयरों में अच्छी खासी तेजी देखने को मिल सकती है। पहले से ही डिफेंस सेक्टर में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ रही है, और इस ऐतिहासिक ऑर्डर के चलते यह ट्रेंड और मजबूत हो सकता है।

डिफेंस सेक्टर के लिए बड़ा संकेत

यह ऑर्डर ऐसे समय में आया है जब भारत सरकार रक्षा आत्मनिर्भरता को प्राथमिकता दे रही है। ऐसे में HAL का यह ऑर्डर ना सिर्फ कंपनी के लिए, बल्कि पूरे देश के रक्षा निर्माण क्षेत्र के लिए उत्साहजनक संकेत है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि भारत अब बड़े हथियार और सिस्टम्स के लिए विदेशी कंपनियों पर निर्भर नहीं रहना चाहता।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top