HBL Engineering Quarterly Results: एचबीएल इंजीनियरिंग लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही (जनवरी से मार्च 2025) के वित्तीय नतीजे सार्वजनिक कर दिए हैं। कंपनी ने बताया है कि इस अवधि में उसका मुनाफा पिछली साल की समान तिमाही की तुलना में 23.3 प्रतिशत घट गया है। इस तिमाही में कंपनी ने जहां 51.3 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, वहीं पिछले साल इसी समय 70.6 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था।
केवल मुनाफा ही नहीं, कंपनी की कुल आय में भी उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। इस बार की चौथी तिमाही में एचबीएल की आय 24 प्रतिशत कम होकर 459.8 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले 604.3 करोड़ रुपये थी। इससे यह स्पष्ट है कि कंपनी को इस तिमाही में मांग और व्यापार दोनों ही मोर्चों पर चुनौतियों का सामना करना पड़ा है।JSW Steel Q4 Result 2025: मुनाफा 16% बढ़ा, रेवेन्यू में हल्की गिरावट, कंपनी का मिला-जुला प्रदर्शन
ईबीआईटीडीए और मार्जिन में भारी गिरावट
एचबीएल इंजीनियरिंग लिमिटेड ने यह भी बताया कि कंपनी का EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की आय) इस तिमाही में काफी प्रभावित हुआ है। मार्च 2025 तिमाही में EBITDA 40.7 प्रतिशत गिरकर 78 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह आंकड़ा 131.4 करोड़ रुपये था।
इसके अलावा, EBITDA मार्जिन यानी परिचालन मुनाफे की दर भी कम हुई है। बीते साल की चौथी तिमाही में जहां मार्जिन 21.74 प्रतिशत था, वहीं इस बार यह घटकर 16.94 प्रतिशत पर आ गया है। इससे कंपनी के परिचालन स्तर पर दबाव का अंदाजा लगाया जा सकता है।
शेयर बाजार में प्रदर्शन
हालांकि तिमाही नतीजे कमजोर रहे, फिर भी शुक्रवार को कंपनी के शेयर में थोड़ी तेजी देखने को मिली। एचबीएल का शेयर 0.97 प्रतिशत की बढ़त के साथ 574.80 रुपये पर बंद हुआ। इसके बावजूद, पिछले एक साल में कंपनी के शेयर ने 8.97 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है, जिससे निवेशकों की चिंताएं भी बढ़ सकती हैं। कंपनी अगर 52 हफ्तों की बात करें, तो कंपनी का उच्चतम स्तर 664.45 रुपये रहा है, यानी वर्तमान भाव उस उच्च स्तर से काफी नीचे है।
एचबीएल इंजीनियरिंग लिमिटेड के मार्च 2025 में समाप्त चौथी तिमाही के नतीजे बताते हैं कि कंपनी इस दौरान वित्तीय और परिचालन स्तर पर दबाव में रही। मुनाफे और आय में बड़ी गिरावट, साथ ही EBITDA में कमी यह दर्शाती है कि कंपनी को इस तिमाही में कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। हालांकि, शेयर बाजार में हल्की बढ़त ने कुछ राहत जरूर दी है, लेकिन दीर्घकालिक निवेशकों को कंपनी की आगे की रणनीति और सुधारात्मक कदमों का इंतजार रहेगा।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।