HFCL Latest News: साप्ताहिक अवकाश के बावजूद कंपनियों की ओर से आने वाले अपडेट निवेशकों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं। टेलीकॉम नेटवर्किंग समाधानों से जुड़ी कंपनी एचएफसीएल ने भी सप्ताहांत में एक बड़ा खुलासा किया, जिसने बाजार में इसकी संभावित चाल को लेकर दिलचस्पी बढ़ा दी है। कंपनी ने बताया कि उसे विदेश से एक बड़ा ऑर्डर मिला है, जो उसकी भविष्य की कमाई पर महत्वपूर्ण असर डाल सकता है।
यह भी पढ़ें: Stocks to Buy: RBI रेट कट के बाद इन 4 मजबूत स्टॉक्स में तेजी के संकेत, जानें शॉर्ट-टर्म टार्गेट
विदेशी ग्राहक से भारी भरकम कॉन्ट्रैक्ट
कंपनी ने एक्सचेंज को भेजी सूचना में कहा कि उसे एक ग्लोबल क्लाइंट से ऑप्टिकल फाइबर केबल की सप्लाई का ऑर्डर मिला है। ऑर्डर की कुल वैल्यू 7.3 करोड़ डॉलर बताई गई है, जिसे भारतीय मुद्रा में देखें तो रकम 656 करोड़ रुपये से ज्यादा बैठती है।
यह भी पढ़ें: Filatex Fashions: बड़े निवेशक की एग्जिट के बाद भी स्टॉक में जोरदार रिकवरी, जानें क्या आगे भी मोमेंटम बना रहेगा?
डील कंपनी की विदेशी सहायक इकाई के माध्यम से हासिल की गई है और इसकी सप्लाई चरणबद्ध तरीके से नवंबर 2026 तक पूरी की जानी है। यह लंबी अवधि का कॉन्ट्रैक्ट कंपनी की ऑर्डर बुक को मजबूत बनाएगा और उत्पादन क्षमता का बेहतर उपयोग भी सुनिश्चित करेगा।
पिछले एक साल में शेयर ने गंवाई भारी वैल्यू
एचएफसीएल के शेयर बीते महीनों में काफी दबाव में रहे हैं। शुक्रवार को शेयर ने 67.49 रुपये का नया 52-वीक लो छू लिया, जबकि इसी अवधि में इसका उच्चतम स्तर 134 रुपये से ऊपर था। यानी एक साल के भीतर शेयर की वैल्यू लगभग आधी रह गई है।
पिछले एक महीने में ही स्टॉक में 10% से ज्यादा की गिरावट आई है। लगातार कमजोरी के कारण रिटेल निवेशकों में चिंता बढ़ी है, लेकिन नया ऑर्डर अल्पकालिक सेंटिमेंट को कुछ हद तक सपोर्ट कर सकता है।
संस्थागत निवेशकों की दिलचस्पी बनी हुई है
शेयर में भारी करेक्शन के बावजूद कुछ बड़े निवेशकों ने इसमें रुचि दिखाई है। कोटक महिंद्रा म्यूचुअल फंड ने हाल ही में कंपनी में करीब 0.5% हिस्सेदारी खरीदी। यह खरीद ओपन मार्केट से 78 रुपये से अधिक के भाव पर की गई और डील का कुल आकार 58 करोड़ रुपये के आसपास रहा।
बाजार विशेषज्ञों की राय है कि जब कोई बड़ी वित्तीय संस्था नीचे के स्तरों पर खरीदारी करती है, तो यह संकेत देता है कि कंपनी के मौलिक पक्षों में उन्हें भरोसा है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं कि शेयर तुरंत रफ्तार पकड़ेगा, लेकिन यह स्टॉक के दीर्घकालिक संभावनाओं को सकारात्मक बनाता है।
आगे की तस्वीर कैसी दिख रही है?
विश्लेषक मान रहे हैं कि यह नया विदेशी ऑर्डर कंपनी के राजस्व प्रवाह को स्थिर कर सकता है। फाइबर केबल की बढ़ती मांग को देखते हुए आने वाले सालों में इस तरह की सप्लाई के अवसर बढ़ सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से है। इसे निवेश सलाह न मानें। निवेश का निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।
आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।

