इनकम टैक्स 2025: आयकर विभाग ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए रिटर्न फाइलिंग की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू कर दी है। इस बार का सीज़न समय से पहले ITR फॉर्म्स की घोषणा के साथ ही शुरू हो गया है, जिससे टैक्सपेयर्स को पहले से तैयारी करने का मौका मिलेगा।
विशेष रूप से सैलरी पाने वाले कर्मचारियों के लिए इस बार रिटर्न भरना और भी सरल हो गया है। ऐसे लोगों के लिए फ़ॉर्म 16 एक अनिवार्य दस्तावेज़ होता है, जो आमतौर पर मई के अंत तक नियोक्ताओं द्वारा जारी कर दिया जाता है। इस दस्तावेज़ में उस कर्मचारी की साल भर की सैलरी, टीडीएस (टैक्स डिडक्शन एट सोर्स) और टैक्स बचत से जुड़े डिटेल्स शामिल होते हैं।Bayer CropScience FY25 Results: शानदार नतीजों के बाद निवेशकों को बड़ा फायदा
आयकर विभाग ने ITR-1 (सहज), ITR-2 सहित अन्य फॉर्म्स पहले ही सार्वजनिक कर दिए हैं। इन फॉर्म्स की मदद से नौकरीपेशा, पेंशनधारक या सीमित स्रोतों से आय वाले नागरिक आसानी से अपना रिटर्न भर सकते हैं। इसके लिए अब ऑनलाइन पोर्टल पर लॉगइन कर AIS (Annual Information Statement) और TIS (Taxpayer Information Summary) भी देखी जा सकती है, जो आपकी कुल आय और टैक्स की स्थिति को समझने में मदद करती है।
इस बार का ITR फाइलिंग प्रोसेस पूरी तरह डिजिटल है। अधिकांश लोग मोबाइल या लैपटॉप के जरिए कुछ ही मिनटों में अपना रिटर्न भर सकते हैं। इसके लिए PAN, Aadhaar, बैंक खाता विवरण और फॉर्म 16 होना ज़रूरी है। इन दस्तावेज़ों के माध्यम से ऑटो-फिल्ड डाटा से फॉर्म भरना बेहद आसान हो गया है।
रिटर्न भरने के दौरान यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि आपने पिछले वित्त वर्ष में किन स्रोतों से कमाई की – जैसे सैलरी, फिक्स्ड डिपॉजिट का ब्याज, स्टॉक से हुए लाभ आदि। यदि आपने सेक्शन 80C, 80D आदि के अंतर्गत टैक्स सेविंग इनवेस्टमेंट किए हैं, तो उसका भी उल्लेख करना न भूलें।
कई टैक्सपेयर्स के मन में यह सवाल रहता है कि रिफंड कितने दिन में मिलेगा? तो आपको बता दें कि अगर आपने सही जानकारी के साथ रिटर्न फाइल किया है और उसमें कोई गड़बड़ी नहीं है, तो आमतौर पर 7–15 कार्यदिवसों के भीतर रिफंड आपके बैंक खाते में आ जाता है।
नवीनतम अपडेट के अनुसार, रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2025 तय की गई है। इसलिए टैक्स भरने में देरी न करें, क्योंकि लेट फाइलिंग पर पेनल्टी भी लग सकती है।
✅ निष्कर्ष:
2025 में इनकम टैक्स रिटर्न भरना पहले से कहीं ज्यादा सुविधाजनक हो गया है। सरकार और आयकर विभाग ने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को यूज़र-फ्रेंडली बनाया है ताकि हर नागरिक बिना किसी एक्सपर्ट की मदद के भी खुद रिटर्न फाइल कर सके।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।