Indian Rupee vs US Dollar: शुक्रवार के शुरुआती कारोबार में विदेशी मुद्रा बाजार में भारतीय रुपये ने मजबूती के संकेत दिए। रुपया आज 88.59 के स्तर पर खुला, जो पिछले कारोबारी सत्र के 88.69 के बंद भाव से बेहतर है। शुरुआती आंकड़ों के अनुसार, यह मामूली लेकिन महत्वपूर्ण सुधार रुपये की स्थिरता और विदेशी निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है।
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डॉलर की कमजोरी और कच्चे तेल की गिरावट से मिला सहारा
करेंसी एक्सपर्ट्स का मानना है कि अमेरिकी डॉलर के कमजोर पड़ने और कच्चे तेल की कीमतों में हालिया गिरावट ने रुपये को सपोर्ट दिया है। साथ ही, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की घरेलू इक्विटी बाजार में वापसी ने भी रुपये की मजबूती में योगदान दिया है। कई निवेशकों ने इसे घरेलू आर्थिक संकेतकों में सुधार और स्थिर ब्याज दरों की उम्मीद से जोड़ा है।
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वैश्विक अनिश्चितता अभी भी चुनौती बनी हुई
बाजार विश्लेषक यह भी मानते हैं कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और मध्य पूर्व में भू-राजनीतिक तनाव रुपये पर दबाव बनाए रख सकते हैं। डॉलर इंडेक्स में हल्की गिरावट और अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड्स में स्थिरता रुपये के लिए राहत का संकेत हैं।
आगे की दिशा पर बाजार रुझान और नीतियों का असर
रुपये की दिशा पर आज घरेलू शेयर बाजार का मूड भी असर डाल सकता है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों हरे निशान में खुलने की संभावना जताई गई है। अगर बाजारों में सकारात्मक रुख बना रहा तो रुपये की मजबूती बरकरार रह सकती है।
फॉरेक्स ट्रेडर्स के मुताबिक, आने वाले सत्रों में रुपया 88.40 से 88.80 के दायरे में रह सकता है। वहीं, भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति और डॉलर की वैश्विक चाल पर भी निवेशकों की नजर बनी हुई है।
आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।


