IndiQube IPO: इंडी-क्यूब स्पेसेज़ लिमिटेड के इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) को निवेशकों से शानदार प्रतिक्रिया मिली है। कंपनी का ₹700 करोड़ का पब्लिक इश्यू 12.33 गुना तक ओवरसब्सक्राइब हुआ। कुल मिलाकर 1.71 करोड़ शेयरों के मुकाबले 21.14 करोड़ से अधिक शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं।
सभी निवेशक वर्गों से मिला समर्थन
IPO को विभिन्न श्रेणियों के निवेशकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली। रिटेल इन्वेस्टर्स ने सबसे अधिक उत्साह दिखाया, जहां आवेदन 12.55 गुना तक पहुंचे। वहीं, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) ने 8.24 गुना और क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) ने 14.35 गुना तक बोलियां लगाईं।
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कंपनी के इस IPO में दो हिस्से शामिल थे— ₹765 करोड़ का फ्रेश इश्यू और ₹250 करोड़ का ऑफर फॉर सेल (OFS)।
फंड का इस्तेमाल कहां होगा?
IPO से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल कंपनी अपने विस्तार योजनाओं में करेगी। इसमें से ₹462.6 करोड़ का निवेश नए को-वर्किंग स्पेस स्थापित करने में किया जाएगा, जबकि ₹793 करोड़ से कंपनी पुराने कर्ज का भुगतान करेगी। इसके अलावा कुछ राशि कॉर्पोरेट सामान्य जरूरतों के लिए भी रखी गई है।
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अलॉटमेंट और लिस्टिंग से जुड़ी अहम तारीखें
शेयरों का अलॉटमेंट 28 जुलाई को पूरा हो चुका है। अब जिन निवेशकों को शेयर अलॉट हुए हैं, उनके डीमैट अकाउंट में शेयर ट्रांसफर और रिफंड प्रक्रिया 29 जुलाई से शुरू हो जाएगी। कंपनी के शेयर 30 जुलाई को स्टॉक एक्सचेंज (BSE और NSE) पर लिस्ट होने की उम्मीद है।
जो निवेशक IPO में आवेदन किए थे, वे अपना अलॉटमेंट स्टेटस BSE, NSE या रजिस्ट्रार MUFG Intime India की वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते हैं।
कंपनी की प्रोफाइल: बढ़ता हुआ कारोबार और दमदार क्लाइंट बेस
इंडी-क्यूब देशभर में अपनी उपस्थिति तेजी से बढ़ा रही है। फिलहाल कंपनी के पास 15 शहरों में फैले 115 से अधिक प्रॉपर्टीज़ में 8.4 मिलियन स्क्वेयर फीट का ऑपरेशनल स्पेस है। इसके जरिए यह 769 से अधिक कॉरपोरेट क्लाइंट्स को सर्विस देती है।
इसके ग्राहकों में कई नामी कंपनियाँ शामिल हैं—जैसे कि मिंत्रा, ज़ेरोधा और सीमेंस।
निवेशकों के लिए संकेत
इस IPO की शानदार ओवरसब्सक्रिप्शन बताती है कि निवेशकों का भरोसा कंपनी के बिज़नेस मॉडल और भविष्य की संभावनाओं पर मजबूत है। यदि लिस्टिंग के दिन शेयरों की कीमत ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के मुताबिक ऊपर जाती है, तो निवेशकों को लिस्टिंग गेन मिलने की अच्छी संभावना है।
कुल मिलाकर, इंडी-क्यूब स्पेसेज़ का यह IPO एक सफल और चर्चित सार्वजनिक निर्गम साबित हुआ है, जिसने रियल एस्टेट और को-वर्किंग सेक्टर में तेजी से उभरती कंपनियों के लिए एक उदाहरण पेश किया है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना हेतु है। इसमें दी गई जानकारी निवेश सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन होता है, कृपया निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।
आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।

