IndusInd Bank पर RBI की टिप्पणी के बाद शेयरों में उछाल, निवेशकों को मिली राहत

IndusInd Bank: देश के बैंकिंग क्षेत्र से जुड़ी एक अहम खबर सामने आई है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने IndusInd Bank से संबंधित हालिया विवाद पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा है कि बैंक ने वित्तीय संचालन में सुधार लाने के लिए जरूरी और सार्थक पहल की है।
यह बयान ऐसे समय आया है जब बैंक के डेरिवेटिव लेनदेन और अकाउंटिंग प्रक्रियाओं में अनियमितताओं को लेकर काफी चर्चा थी। RBI की प्रतिक्रिया के बाद बाजार में इसका सकारात्मक असर दिखा और IndusInd Bank के शेयरों में अच्छी खासी बढ़त दर्ज की गई, जो 3% उछलकर 825 रुपये के स्तर से ऊपर पहुंच गए।
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प्रबंधन ने ली जिम्मेदारी, बोर्ड पर कोई संकट नहीं: RBI
RBI गवर्नर श्री संजय मल्होत्रा और डिप्टी गवर्नर श्री स्वामीनाथन जे ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि बैंक की तरफ से की गई कार्रवाई संतोषजनक रही है। उन्होंने यह भी बताया कि बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (MD और CEO) ने नैतिक दायित्व निभाते हुए इस्तीफा दिया, जो कि उच्च स्तरीय जवाबदेही दर्शाता है। गवर्नर ने यह भी साफ किया कि इस परिस्थिति में पूरे बोर्ड को हटाने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि ज़िम्मेदारी पहले ही उचित स्तर पर तय हो चुकी है।
RBI की निगरानी में बैंक ने की खामियों की भरपाई
डिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन जे ने कहा कि चौथी तिमाही में जो वित्तीय त्रुटियां सामने आई थीं, उन्हें बैंक ने रिज़र्व बैंक के मार्गदर्शन में पूरी तरह से दुरुस्त किया है। साथ ही, RBI द्वारा कराई गई विस्तृत फॉरेंसिक जांच भी पूरी हो चुकी है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि दोषियों की पहचान और जवाबदेही तय हो।
उन्होंने बताया कि IndusInd Bank नए CEO की नियुक्ति से जुड़ी सभी गतिविधियों की जानकारी RBI को नियमित रूप से दे रहा है और अभी तक की प्रक्रिया योजना के मुताबिक चल रही है।
क्या है मामला?
IndusInd Bank पर करीब ₹2,000 करोड़ के डेरिवेटिव से जुड़े वित्तीय लेनदेन में गड़बड़ी का आरोप लगा था। RBI ने इस पर संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए और बैंक के आंतरिक नियंत्रणों की समीक्षा की गई। जांच पूरी होने के बाद बैंक के शीर्ष अधिकारी ने नैतिक ज़िम्मेदारी स्वीकारते हुए अपना पद छोड़ दिया।