Investment vs Speculation: जाने शेयर बाजार में सफल निवेश की रणनीति

Investment vs Speculation: अगर आप शेयर बाजार से मोटा मुनाफा कमाने का सपना देख रहे हैं, तो सबसे पहले ये समझना ज़रूरी है कि निवेश (Investment) और सट्टा (Speculation) एक जैसी चीज़ें नहीं हैं। अधिकतर निवेशक बिना गहराई से सोचे-समझे सिर्फ अनुमान के आधार पर शेयर खरीदते हैं, जिसे सट्टेबाज़ी कहा जाता है। इसका अंदाज़ा […]

Investment vs Speculation: अगर आप शेयर बाजार से मोटा मुनाफा कमाने का सपना देख रहे हैं, तो सबसे पहले ये समझना ज़रूरी है कि निवेश (Investment) और सट्टा (Speculation) एक जैसी चीज़ें नहीं हैं। अधिकतर निवेशक बिना गहराई से सोचे-समझे सिर्फ अनुमान के आधार पर शेयर खरीदते हैं, जिसे सट्टेबाज़ी कहा जाता है। इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि कितने कम लोग सही मायनों में निवेश की बुनियादी समझ रखते हैं।

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में की गई एक स्टडी में पाया गया कि शेयर लिस्ट होने के कुछ ही दिनों के भीतर अधिकतर निवेशक अपने स्टॉक्स बेच देते हैं। खासतौर पर नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) की तरफ से भारी बिकवाली होती है।

लिस्टिंग के बाद स्टॉक्स में तेज़ बिकवाली क्यों?

रिपोर्ट में बताया गया कि IPO के बाद पहले ही हफ्ते में लगभग 60% NIIs और 40% रिटेल इन्वेस्टर्स अपने स्टॉक्स बेचकर बाहर हो जाते हैं। इसका मतलब है कि ये निवेशक लंबी अवधि के निवेशक नहीं हैं, बल्कि मुनाफे के लिए तेज़ी से सौदा करने वाले सट्टेबाज़ अधिक हैं।https://bazaarbits.com/aditya-birla-capital-q4-result-share-growth-plan/

निवेश बनाम सट्टा: क्या है फर्क?

  • निवेश दीर्घकालिक सोच के साथ किया जाता है — जहां कंपनी की फंडामेंटल, मुनाफा, मैनेजमेंट और भविष्य की संभावनाएं देखी जाती हैं।
  • वहीं, सट्टेबाज़ी जल्द-से-जल्द फायदा कमाने के इरादे से की जाती है, जिसमें जोखिम अधिक होता है और समझदारी कम।

जब लोग बिना रिसर्च के केवल शेयर की बढ़ती कीमत देखकर निवेश करते हैं, तो वे अनजाने में सट्टेबाज़ी कर रहे होते हैं। ऐसे निवेशक बाजार के उतार-चढ़ाव में जल्दी घबरा जाते हैं और नुकसान में स्टॉक बेच देते हैं।

क्या आप सच्चे निवेशक हैं या केवल अंदाज़ा लगा रहे हैं?

यह तय करना जरूरी है कि आप लंबे समय के लिए वेल्थ क्रिएट करना चाहते हैं या केवल बाजार में किस्मत आजमा रहे हैं। निवेश के लिए धैर्य, समझ और रणनीति की जरूरत होती है। वहीं, सट्टेबाज़ी में केवल अनुमान और भावनाएं काम करती हैं।


निष्कर्ष

अगर आप शेयर बाजार से मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो पहले ये सुनिश्चित करें कि आप क्या कर रहे हैं — निवेश या सट्टा? सही जानकारी और सोच के साथ किया गया निवेश न सिर्फ सुरक्षित होता है बल्कि दीर्घकाल में अच्छा रिटर्न भी देता है। वरना, सट्टेबाज़ी की दुनिया में नुकसान उठाना आम बात है।

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