IOC Q2 Results: इंडियन ऑयल का तगड़ा प्रदर्शन, सालाना मुनाफा चार गुना बढ़ा

इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) ने सितंबर 2025 तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। कंपनी का नेट प्रॉफिट साल-दर-साल चार गुना बढ़कर ₹27,610 करोड़ हो गया, जबकि राजस्व ₹2,02,992 करोड़ तक पहुंच गया। कंपनी की ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन $6.32 प्रति बैरल रही, जो पिछले साल के $4.08 से बेहतर है।

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IOC Q2 Results: भारत की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) ने सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए हैं, जिनमें कंपनी ने मजबूत वित्तीय प्रदर्शन दर्ज किया है। कंपनी का नेट प्रॉफिट इस बार ₹27,610.45 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह आंकड़ा ₹7,180.01 करोड़ था। यानी कंपनी का मुनाफा साल-दर-साल करीब चार गुना बढ़ा है।

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राजस्व में भी दिखी मजबूत बढ़त

कंपनी की ऑपरेशंस आय (Revenue from Operations) बढ़कर ₹2,02,992.34 करोड़ पहुंच गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में ₹1,95,148.94 करोड़ थी। राजस्व में यह बढ़ोतरी कच्चे तेल की बेहतर कीमतों और रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार के चलते हुई।

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विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक तेल बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद IOC ने अपने उत्पादन और वितरण नेटवर्क की दक्षता के बल पर बेहतर प्रदर्शन किया है।

छह महीने में मुनाफे में भारी उछाल

कंपनी ने अप्रैल से सितंबर 2025 की अवधि में कुल ₹13,299.05 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया। पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा ₹2,823.19 करोड़ था। यानी आधे वित्त वर्ष में कंपनी का प्रॉफिट लगभग 370% से अधिक बढ़ा है।

इस बढ़ोतरी का श्रेय बेहतर रिफाइनिंग मार्जिन, कुशल लागत प्रबंधन और पेट्रोलियम उत्पादों की स्थिर मांग को दिया जा रहा है।

रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार

इंडियन ऑयल का औसत ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन अप्रैल-सितंबर 2025 की अवधि में बढ़कर $6.32 प्रति बैरल रहा, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह $4.08 प्रति बैरल था।

रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार से कंपनी की लाभप्रदता पर सीधा असर पड़ा है। तेल विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता और घरेलू मांग में वृद्धि से आने वाली तिमाहियों में भी IOC को फायदा मिल सकता है।

शेयरधारकों के लिए सकारात्मक संकेत

कंपनी की प्रति शेयर आय (Earnings Per Share – EPS) भी बढ़कर इस तिमाही में ₹5.53 रही, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह केवल ₹0.13 थी।इससे स्पष्ट है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत हुई है और निवेशकों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है।

सरकारी जानकारी के अनुसार, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने एलपीजी सब्सिडी के तहत ₹14,486 करोड़ के मुआवजे को मंजूरी दी है, जिसे नवंबर 2025 से शुरू होकर 12 मासिक किश्तों में जारी किया जाएगा। इससे कंपनी को अपनी नकदी प्रवाह स्थिति में अतिरिक्त राहत मिलेगी।

शेयर में 3% की तेजी

बाजार में नतीजों के बाद IOC का शेयर 3.21% उछलकर ₹155.20 पर बंद हुआ। निवेशकों ने कंपनी के मजबूत प्रदर्शन और भविष्य की संभावनाओं पर भरोसा जताया।

ब्रोकरेज हाउस का मानना है कि भारतीय पेट्रोलियम सेक्टर में IOC की मजबूत स्थिति और सरकार से मिलने वाले समर्थन के चलते आने वाले महीनों में कंपनी का प्रदर्शन और बेहतर हो सकता है।

डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है। इसमें उल्लिखित आंकड़े और विवरण सार्वजनिक स्रोतों पर आधारित हैं। निवेश का कोई भी निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।

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