IPO 2025: शेयर बाजार के रुझान पर नजर रखने वाले निवेशकों के लिए यह हफ्ता खास रहने वाला है, क्योंकि कुल चार कंपनियों के आईपीओ बाजार में आने वाले हैं। इनमें एक मेनबोर्ड और तीन SME सेगमेंट से जुड़ी पेशकशें हैं। खास बात यह है कि दो आईपीओ पहले ही ग्रे मार्केट में अच्छी प्रीमियम के साथ सुर्खियों में हैं। तो अगर आप भी किसी नए अवसर की तलाश में हैं, तो आइए जानें इन चारों कंपनियों की पेशकशों के बारे में विस्तार से:
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Sacheerome Limited IPO
9 जून 2025 से खुलने वाला Sacheerome लिमिटेड का SME आईपीओ 11 जून तक खुला रहेगा। यह कंपनी अरोमा और फ्लेवर प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग करती है। शेयर का प्राइस बैंड ₹96–₹102 रखा गया है। एक लॉट में 1200 शेयर होंगे, जिसका मतलब है कि कम से कम ₹1,15,200 निवेश करना होगा। अगर आप FMCG सप्लाई चेन से जुड़ी कंपनियों में निवेश को लेकर उत्साहित रहते हैं, तो यह एक संभावित विकल्प हो सकता है।
Jainik Power & Cables IPO
यह आईपीओ 10 जून को खुलेगा और 12 जून को बंद होगा। कंपनी ने प्राइस बैंड ₹100–₹110 प्रति शेयर तय किया है। यहां भी एक लॉट में 1200 शेयर होंगे, जिससे ₹1,20,000 का न्यूनतम निवेश बनेगा। ₹51.30 करोड़ के इश्यू साइज के साथ कंपनी की योजना ग्रोथ कैपिटल जुटाने की है। ग्रे मार्केट में यह इश्यू अभी प्रीमियम के बिना ट्रेड कर रहा है, लेकिन QIB और रिटेल इन्वेस्टर्स दोनों के लिए रिजर्वेशन को देखते हुए मांग में तेजी आ सकती है।
Monolithisch India IPO
Monolithisch India का आईपीओ 12 जून से शुरू होकर 16 जून तक ओपन रहेगा। प्राइस बैंड ₹135–₹143 प्रति शेयर तय किया गया है और हर लॉट में 1000 शेयर होंगे — न्यूनतम निवेश ₹1,35,000 का रहेगा। खास बात यह है कि ग्रे मार्केट में यह इश्यू ₹17 प्रति शेयर के प्रीमियम पर पहले से ट्रेड हो रहा है, जो निवेशकों के बढ़ते भरोसे का संकेत है।
Oswal Pumps IPO
Oswal Pumps का मेनबोर्ड आईपीओ 13 जून से खुलेगा और 17 जून तक निवेश के लिए उपलब्ध रहेगा। हालांकि कंपनी ने अब तक प्राइस बैंड घोषित नहीं किया है। Oswal, मोटर और पंप्स के निर्माण में विशेषीकृत है और देशभर में इसका डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क है। मेनबोर्ड लिस्टिंग होने के कारण यह IPO कई बड़े निवेशकों की नज़र में है।
भले ही इन आईपीओ में से कुछ ग्रे मार्केट में शानदार प्रीमियम दिखा रहे हों, लेकिन हर इश्यू के पीछे की फाइनेंशियल्स और बिज़नेस मॉडल को समझना बेहद जरूरी है। SME आईपीओ में निवेश अपेक्षाकृत रिस्की हो सकता है, लेकिन सही चयन लंबी अवधि में बड़ा फायदा दे सकता है।
Disclamer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से तैयार किया गया है। इसमें दी गई कोई भी जानकारी निवेश सलाह नहीं मानी जानी चाहिए। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।