शेयर बाजार की दिशा: इस सप्ताह इन 10 कारकों पर रहेगी निवेशकों की नजर
शेयर बाजार की दिशा बीता हफ्ता शेयर बाजार के लिए कई उतार-चढ़ावों से भरा रहा। अब निवेशकों की निगाहें इस नए सप्ताह पर टिकी हैं, यह जानने के लिए कि बाजार किस दिशा में आगे बढ़ेगा। कई महत्वपूर्ण घरेलू और वैश्विक घटनाएं हैं जो इस हफ्ते बाजार की चाल को प्रभावित कर सकती हैं। इन अनिश्चितताओं के बीच, दस ऐसे प्रमुख कारक हैं जिन पर निवेशकों को विशेष ध्यान देना होगा ताकि वे बाजार के संभावित रुझानों का आकलन कर सकें

1. फेडरल रिजर्व का ब्याज दर पर निर्णय: इस सप्ताह निवेशकों की सबसे बड़ी नजर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों पर होने वाले फैसले पर टिकी रहेगी। वैश्विक स्तर पर इसका असर सभी बाजारों पर पड़ता है, और भारतीय बाजार भी इससे अछूता नहीं रहेगा। ब्याज दरों में किसी भी बदलाव या फेडरल रिजर्व के भविष्य के रुख पर दिए गए बयान से बाजार में बड़ी हलचल देखने को मिल सकती है।
2. कंपनियों के तिमाही नतीजे: इस दौरान कई बड़ी भारतीय कंपनियां अपने मार्च तिमाही के नतीजों की घोषणा करेंगी। इन नतीजों का सीधा असर संबंधित कंपनियों के शेयरों के साथ-साथ पूरे बाजार के मूड पर भी पड़ेगा। निवेशकों की नजर कंपनियों के मुनाफे, राजस्व और भविष्य के अनुमानों पर रहेगी।
3. भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव: भू-राजनीतिक कारक भी बाजार को प्रभावित कर सकते हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी प्रकार का बढ़ता तनाव निवेशकों के सेंटीमेंट को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है, जिससे बाजार में गिरावट आ सकती है।https://bazaarbits.com/fpi-investment-april-2025-market-cap-growth/
4. विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियाँ: विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में अपनी निवेश रणनीति में लगातार बदलाव करते रहते हैं। उनकी खरीद और बिक्री के आंकड़ों पर बाजार की दिशा काफी हद तक निर्भर करती है। इस हफ्ते एफआईआई का रुख बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेगा।
5. आईपीओ लिस्टिंग: इस हफ्ते कुछ कंपनियों के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की लिस्टिंग होने की संभावना है। नए शेयरों की लिस्टिंग और उनका प्रदर्शन भी बाजार के सेंटिमेंट को प्रभावित कर सकता है।
6. इंडिया विक्स (India VIX): इंडिया विक्स एक ऐसा सूचकांक है जो बाजार में अस्थिरता की उम्मीद को दर्शाता है। अगर विक्स में बढ़ोतरी होती है, तो यह बाजार में अनिश्चितता और संभावित गिरावट का संकेत हो सकता है। इस हफ्ते विक्स पर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा।
7. आर्थिक आंकड़े: इस हफ्ते देश और विदेश से आने वाले महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़े भी बाजार की दिशा तय करेंगे। इनमें मुद्रास्फीति के आंकड़े, औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े और रोजगार से संबंधित डेटा शामिल हो सकते हैं।
8. तकनीकी विश्लेषण: तकनीकी विश्लेषक बाजार के रुझानों का पता लगाने के लिए विभिन्न चार्ट पैटर्न और संकेतकों का उपयोग करते हैं। इस हफ्ते तकनीकी संकेतकों पर निवेशकों की नजर रहेगी कि बाजार में तेजी के संकेत मिल रहे हैं या गिरावट के।
9. बॉन्ड यील्ड: सरकारी बॉन्ड की यील्ड में होने वाले बदलाव भी बाजार को प्रभावित कर सकते हैं। बॉन्ड यील्ड में वृद्धि इक्विटी बाजारों के लिए नकारात्मक हो सकती है।
10. वैश्विक बाजार के संकेत: भारतीय बाजार वैश्विक बाजारों के रुझानों का भी अनुसरण करता है। अमेरिकी और एशियाई बाजारों में होने वाली गतिविधियां भी यहां के निवेशकों के सेंटिमेंट पर असर डाल सकती हैं।