JSW Cement IPO: ₹3,600 करोड़ का इश्यू 7 अगस्त से खुलेगा, जानिए GMP, प्राइस बैंड और निवेश की रणनीति

JSW Cement IPO: JSW ग्रुप की प्रमुख कंपनी JSW सीमेंट ने अपने बहुप्रतीक्षित प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) की तारीखों और प्राइस बैंड की घोषणा कर दी है। कंपनी का इश्यू 7 अगस्त 2025 से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और 11 अगस्त 2025 को बंद होगा। इस आईपीओ के ज़रिए कंपनी बाज़ार से ₹3,600 करोड़ की […]

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JSW Cement IPO: JSW ग्रुप की प्रमुख कंपनी JSW सीमेंट ने अपने बहुप्रतीक्षित प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) की तारीखों और प्राइस बैंड की घोषणा कर दी है। कंपनी का इश्यू 7 अगस्त 2025 से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और 11 अगस्त 2025 को बंद होगा। इस आईपीओ के ज़रिए कंपनी बाज़ार से ₹3,600 करोड़ की पूंजी जुटाने जा रही है|

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शेयर की कीमत और लॉट साइज

JSW सीमेंट ने अपने IPO के लिए प्राइस बैंड ₹139 से ₹147 प्रति शेयर तय किया है। निवेशकों को न्यूनतम 102 शेयरों के एक लॉट में बोली लगानी होगी। इसका मतलब है कि खुदरा निवेशकों को कम से कम ₹14,178 का निवेश करना पड़ेगा। इसके बाद बोली 102 के गुणकों में ही स्वीकार की जाएगी।

IPO का स्ट्रक्चर: नया इश्यू + OFS

इस सार्वजनिक निर्गम में दो हिस्से शामिल हैं: पहला, ₹1,600 करोड़ के ताज़ा शेयर जारी किए जाएंगे। दूसरा, ₹2,000 करोड़ तक के मौजूदा शेयरधारकों द्वारा ऑफर फॉर सेल (OFS) पेश किया जाएगा। OFS के ज़रिए जो प्रमोटर समूह हिस्सेदारी घटाएगा, उनमें AP Asia Opportunistic Holdings, Synergy Metals Investments Holding और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) शामिल हैं। वर्तमान में JSW सीमेंट में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 78.61% है, जो इस इश्यू के बाद घटकर 72.33% रह जाएगी।

फंड का उपयोग कहां होगा?

IPO से जुटाई गई रकम का उपयोग कंपनी राजस्थान के नागौर में एक नई सीमेंट फैक्ट्री की स्थापना के लिए लगभग ₹800 करोड़, पुराने कर्ज को चुकाने के लिए ₹520 करोड़ और शेष राशि सामान्य कॉर्पोरेट खर्चों में करने वाली है।

कंपनी की वित्तीय स्थिति

JSW सीमेंट ने वित्त वर्ष 2023 और 2024 में अच्छा मुनाफा कमाया था, लेकिन FY25 में कंपनी को लगभग ₹163.8 करोड़ का घाटा दर्ज करना पड़ा। हालांकि, कंपनी का मानना है कि नई यूनिट और कर्ज घटने से आने वाले समय में लाभ में स्थिरता लाई जा सकेगी।

निवेशकों के लिए अलॉटमेंट स्ट्रक्चर

इस आईपीओ में हिस्सा इस प्रकार आरक्षित किया गया है: 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) के लिए, 15% हिस्सा हाई नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) के लिए और 35% हिस्सा खुदरा निवेशकों (Retail Investors) के लिए रखा गया है।

डिस्क्लेमर: यह समाचार केवल जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। इसमें दी गई किसी भी कंपनी या स्टॉक का उल्लेख निवेश सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें।

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