KEC International: इंजीनियरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में काम करने वाली KEC इंटरनेशनल ने चालू वित्त वर्ष में अपने प्रोजेक्ट पोर्टफोलियो को और विस्तार दिया है। कंपनी ने हाल ही में जानकारी दी कि उसे देश के भीतर ट्रांसमिशन और सिविल कंस्ट्रक्शन से जुड़े कई नए कॉन्ट्रैक्ट मिले हैं, जिनकी कुल वैल्यू करीब ₹1,150 करोड़ है। इन नए प्रोजेक्ट्स से कंपनी के बिजनेस विजिबिलिटी और आने वाले समय की आय पर सकारात्मक असर पड़ने की उम्मीद है।
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घरेलू T&D बिजनेस में मिला रिकॉर्ड स्तर का प्राइवेट ऑर्डर
कंपनी के अनुसार, सबसे बड़ा योगदान उसके ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कारोबार से आया है। भारत में एक प्रमुख निजी क्षेत्र के डेवलपर ने KEC इंटरनेशनल को हाई-वोल्टेज पावर इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने की जिम्मेदारी सौंपी है। यह प्रोजेक्ट कंपनी के घरेलू T&D सेगमेंट के इतिहास में सबसे बड़े निजी ऑर्डर्स में से एक माना जा रहा है। इस योजना के तहत अल्ट्रा हाई वोल्टेज 765 केवी ट्रांसमिशन लाइन और उससे जुड़े 765/400 केवी के सबस्टेशन का निर्माण किया जाएगा।
रिन्यूएबल एनर्जी के लिए तैयार हो रहा है पावर इवैकुएशन नेटवर्क
इस पूरे प्रोजेक्ट को एकीकृत टर्नकी मॉडल पर पूरा किया जाएगा, जिसमें डिजाइन, इंजीनियरिंग, सप्लाई, इंस्टॉलेशन और कमीशनिंग सभी चरण शामिल होंगे। कंपनी ने बताया कि यह इंफ्रास्ट्रक्चर मुख्य रूप से रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स से पैदा होने वाली बिजली को ग्रिड तक पहुंचाने के लिए तैयार किया जा रहा है। इससे सौर और पवन ऊर्जा जैसे स्वच्छ स्रोतों से बनी बिजली के बड़े पैमाने पर ट्रांसमिशन को मजबूती मिलेगी और ग्रिड स्टेबिलिटी भी बेहतर होगी।
सिविल बिजनेस ने थर्मल पावर सेगमेंट में बढ़ाई मौजूदगी
KEC इंटरनेशनल का सिविल बिजनेस भी इस दौरान पीछे नहीं रहा। कंपनी को इंडस्ट्रियल सेगमेंट में एक बड़े निजी समूह से थर्मल पावर प्रोजेक्ट से जुड़ा अतिरिक्त काम मिला है। यह ऑर्डर 150 मेगावाट क्षमता वाले थर्मल पावर प्लांट के लिए सिविल और स्ट्रक्चरल कंस्ट्रक्शन से संबंधित है। इस प्रोजेक्ट से यह संकेत मिलता है कि कंपनी न केवल ग्रीन एनर्जी बल्कि पारंपरिक ऊर्जा क्षेत्र में भी अपनी पकड़ बनाए हुए है।
शेयर की चाल
अगर शेयर बाजार की चाल पर नजर डालें तो ऑर्डर मिलने की खबर के बाद भी शेयर में सीमित प्रतिक्रिया देखने को मिली। शुक्रवार के कारोबारी सत्र में KEC इंटरनेशनल का शेयर हल्की बढ़त के साथ ₹690 के आसपास बंद हुआ। हालांकि, लंबी अवधि के आंकड़े देखें तो मौजूदा कैलेंडर वर्ष में यह शेयर अब तक भारी दबाव में रहा है और इसमें बड़ी गिरावट दर्ज की गई है।
ब्रोकरेज का नजरिया
ब्रोकरेज हाउस जियोजित का मानना है कि मौजूदा कमजोरी के बावजूद कंपनी के फंडामेंटल्स में सुधार के संकेत मिल रहे हैं। ब्रोकरेज ने इस शेयर पर ‘Accumulate’ की सलाह देते हुए इसका वैल्यूएशन ₹900 से ऊपर आंका है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मजबूत ऑर्डर बुक और विविध बिजनेस पोर्टफोलियो कंपनी को आगे सपोर्ट दे सकता है।
कंपनी प्रबंधन के अनुसार, हाल में मिले इन कॉन्ट्रैक्ट्स से घरेलू कारोबार में निजी क्षेत्र की हिस्सेदारी पहले की तुलना में बढ़ी है। साथ ही, वित्त वर्ष की शुरुआत से अब तक कंपनी को कुल मिलाकर ₹18,000 करोड़ से ज्यादा के नए ऑर्डर मिल चुके हैं। इससे पूरे साल के लिए तय किए गए बिजनेस टारगेट को हासिल करने को लेकर मैनेजमेंट का भरोसा मजबूत हुआ है।
डिस्क्लेमर: यह खबर केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। इसमें दिए गए विचार या आंकड़े निवेश सलाह नहीं माने जाने चाहिए। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है, इसलिए निवेश से पहले किसी प्रमाणित वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें।
आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।

