Lenskart IPO Subscription: सॉल्यूशंस का ₹7,278 करोड़ का आईपीओ अब अपने आखिरी दिन में पहुंच गया है। इस इश्यू को अब तक कुल 2.02 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है। कंपनी को 9.97 करोड़ शेयरों के मुकाबले 20.11 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिली हैं। हालांकि, ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयर का प्रीमियम गिरकर 14.7% पर आ गया है, जो पहले 21.14% था। यह गिरावट इस बात का संकेत है कि निवेशकों की शुरुआती उत्सुकता अब कुछ ठंडी पड़ी है।
इश्यू डिटेल्स और वैल्यूएशन
लेंसकार्ट का आईपीओ ₹382 से ₹402 प्रति शेयर के प्राइस बैंड में जारी किया गया है। इसमें ₹2,150 करोड़ का नया इश्यू (Fresh Issue) और ₹5,128 करोड़ का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है। इस OFS में कंपनी के पुराने निवेशक जैसे SoftBank, Kedaara Capital और Temasek अपनी कुछ हिस्सेदारी बेच रहे हैं।
यह भी पढ़ें: HPCL Share Target: टेक्निकल ब्रेकआउट के बाद शेयर ने पकड़ी रफ्तार, एक्सपर्ट बोले— ₹560 तक जा सकता है भाव
अगर इश्यू ऊपरी प्राइस बैंड पर पूरा होता है, तो कंपनी का वैल्यूएशन करीब 235 गुना P/E रेशियो पर आंका जा रहा है, जो बाजार के लिहाज से ऊंचा माना जा रहा है।
निवेशकों की श्रेणियों में कैसा रहा रिस्पॉन्स
आखिरी दिन तक रिटेल निवेशकों ने इस इश्यू को 3.33 गुना सब्सक्राइब किया है। वहीं नॉन-इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) का सब्सक्रिप्शन 1.89 गुना और क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) का 1.64 गुना रहा है।
इन आंकड़ों से साफ है कि खुदरा निवेशकों में अब भी लेंसकार्ट के प्रति भरोसा बना हुआ है, जबकि संस्थागत निवेशकों का रुख अपेक्षाकृत संयमित दिखा।
कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2024-25 में लेंसकार्ट ने ₹6,653 करोड़ का रेवेन्यू दर्ज किया, जो पिछले साल की तुलना में 23% की बढ़त है। खास बात यह रही कि कंपनी ने इस वित्त वर्ष में ₹296 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया और घाटे से मुनाफे की ओर वापसी की।
लेंसकार्ट फिलहाल 14 देशों में 2,800 से अधिक स्टोर्स संचालित करती है और Owndays व Meller जैसे अंतरराष्ट्रीय आईवियर ब्रांड्स की मालिक है।
फंड का इस्तेमाल और ब्रोकरेज हाउस की राय
आईपीओ से जुटाई गई पूंजी का उपयोग कंपनी रिटेल एक्सपैंशन, टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर और मार्केटिंग पर करने की योजना बना रही है।
कई ब्रोकरेज फर्म्स ने इस इश्यू पर लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट की सलाह दी है। उनका मानना है कि कंपनी की ग्रोथ स्टोरी मजबूत है, हालांकि ऊंचा वैल्यूएशन एक चिंता का विषय हो सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है। इसमें दिए गए किसी भी आंकड़े या राय को निवेश सलाह के रूप में न लें। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।
आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।
