Monolithisch IPO 2025: ₹82.02 करोड़ जुटाने की योजना, जानिए पूरा डिटेल्स

Monolithisch IPO 2025: मोनोलिथिक इंडिया लिमिटेड ने अपने आरंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) की घोषणा कर दी है, जिसे 12 जून 2025 को लॉन्च किया जाएगा। यह ऑफर 16 जून तक खुला रहेगा, जिसके बाद 19 जून को कंपनी के शेयर NSE SME एक्सचेंज पर लिस्ट होने की संभावना है। इस इश्यू के माध्यम से कंपनी 82.02 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने की योजना बना रही है।
यह इश्यू पूरी तरह से फ्रेश इक्विटी शेयर्स का होगा, जिसमें कुल 57.36 लाख नए शेयर जारी किए जाएंगे। कंपनी में प्रमोटर के रूप में प्रभात टेकरीवाल, शर्मिला टेकरीवाल, हर्ष टेकरीवाल, कृतिश टेकरीवाल और कारगिल ट्रांसपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।
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प्राइस बैंड और निवेश की शर्तें
IPO का मूल्य दायरा 135 से 143 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। खुदरा निवेशकों के लिए न्यूनतम लॉट साइज 1000 शेयर निर्धारित किया गया है। यानी एक रिटेल निवेशक को कम से कम ₹1,35,000 का निवेश करना होगा। हालांकि, बाजार विशेषज्ञों की सलाह है कि निवेशक सीधे ऊपरी कीमत यानी 143 रुपये पर बोली लगाएं ताकि शेयर आवंटन की संभावनाएं बेहतर बनी रहें। इस भाव पर एक लॉट की कीमत ₹1,43,000 बैठती है।
वहीं, हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल (HNI) निवेशकों के लिए न्यूनतम निवेश सीमा 2 लॉट यानी 2,000 शेयर रखी गई है, जिसकी कुल लागत करीब ₹2,86,000 आती है।
कंपनी का कारोबार और उत्पाद
मोनोलिथिक इंडिया लिमिटेड की शुरुआत अगस्त 2018 में हुई थी। यह कंपनी एक खास प्रकार की रिफ्रेक्टरी सामग्री “रैमिंग मास” का निर्माण करती है, जिसका उपयोग मुख्य रूप से आयरन और स्टील उद्योग में इंडक्शन फर्नेस के भीतर ताप इन्सुलेशन के लिए किया जाता है।
कंपनी के कुछ प्रमुख उत्पादों में SGB-777, SLM-999, BG-77, Quartzite Grain SLM-980 और SLM 980 शामिल हैं। यह एक ISO प्रमाणित कंपनी है और इसके ग्राहक भारत के पूर्वी हिस्सों में फैले हुए हैं, खासकर पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा के स्टील और फाउंड्री उद्योगों में। इसका विनिर्माण संयंत्र पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में स्थित है, जहां से यह अपने उत्पादों की सप्लाई करती है।
वित्तीय प्रदर्शन में जबरदस्त सुधार
पिछले तीन वित्तीय वर्षों में कंपनी की आय और मुनाफे में लगातार सुधार देखने को मिला है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी की आय ₹41.90 करोड़ थी, जो 2024 में बढ़कर ₹68.94 करोड़ हो गई। इसके बाद 2025 में यह आंकड़ा बढ़कर ₹97.49 करोड़ तक पहुंच गया।
इसी तरह, शुद्ध लाभ में भी उल्लेखनीय उछाल दर्ज हुआ है। 2023 में PAT ₹4.54 करोड़ था, जो 2024 में ₹8.51 करोड़ और 2025 में ₹14.49 करोड़ तक पहुंच गया, यानी तीन वर्षों में लाभ में तीन गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है।
आईपीओ से जुटाई गई राशि का उपयोग
कंपनी इस पब्लिक इश्यू से मिलने वाले फंड का इस्तेमाल अपने विस्तार योजनाओं में करेगी। खास तौर पर, लगभग ₹16.58 करोड़ की राशि नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की स्थापना पर खर्च की जाएगी। इसमें जमीन की खरीद, फैक्ट्री निर्माण, सिविल वर्क्स और नए प्लांट व मशीनरी की स्थापना जैसे काम शामिल हैं।
डिस्क्लेमर: यह खबर केवल सूचना के उद्देश्य से है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें।