Mutual Fund 2025: जब निवेश की बात आती है, तो छोटी-छोटी चेक-इंस और धैर्य अक्सर सबसे बड़ा फर्क बनाते हैं। इसका ताज़ा उदाहरण Nippon India Growth Mid Cap Fund है — जो अब 30 साल का हो चुका है। यह योजना 8 अक्टूबर 1995 को शुरू हुई थी और तब से लेकर अब तक जो लंबी अवधि का प्रदर्शन रहा है, वह ध्यान खींचने वाला है।
यह भी पढ़ें: Bitcoin Crash Today: Donald Trump की घोषणा के बाद क्रिप्टो में अब तक की सबसे बड़ी बिकवाली
30 साल की शानदार यात्रा
फंड हाउस के साझा आंकड़ों के अनुसार, इस फंड ने कुल मिलाकर 22.2% की CAGR दी है। सरल भाषा में बोले तो अगर किसी ने लॉन्च के समय 1 लाख रुपये निवेश किए होते, तो आज उस निवेश का मूल्य 4 करोड़ रुपये से अधिक होता। इसी तरह शुरुआत में छोटे निवेश का असर भी जबरदस्त रहा — मान लीजिए किसी ने उस समय 10,000 रुपये रखे होते, तो आज उनकी वैल्यू 40 लाख रुपये से ऊपर पहुंच चुकी होती।
यह भी पढ़ें: छोटा शेयर, बड़ा धमाका: आशीष कचोलिया के पोर्टफोलियो का TechEra Engineering 30 दिन में 50% बढ़ा
5 और 10 साल का शानदार रिटर्न
नियमित और मध्यम अवधि पर भी स्कीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है। पिछले 5 सालों में रिटर्न लगभग 250% दर्ज हुआ है, जबकि 10 साल में 420% का रिटर्न निकला है — यानी 10 साल में पैसा लगभग 5 गुना से अधिक बढ़ गया। ये आंकड़े दिखाते हैं कि मिड-कैप सेगमेंट ने न सिर्फ लंबी अवधि बल्कि हाल के वर्षों में भी निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न दिए हैं।
सोने से भी तेज निकला यह फंड
कई निवेशक गोल्ड को सुरक्षित विकल्प मानते हैं। अगर 1995 की बात करें तो तब सोने की कीमत करीब ₹5,000 प्रति 10 ग्राम थी और अब यह ₹1.2 लाख प्रति 10 ग्राम से ऊपर पहुंच चुकी है। इसका मतलब यह हुआ कि 30 साल पहले जो ₹1 लाख का सोना होता, आज उसकी कीमत करीब ₹24 लाख रुपये के आसपास होती। यानी सोने ने भी अच्छा रिटर्न दिया, लेकिन Nippon के मामले में वही अवधि में रिटर्न कहीं ज्यादा प्रभावशाली दिखता है।
क्या बनाता है इस फंड को खास
मिड-कैप फंड्स की खासियत यही है कि वे बहुत बड़े (large cap) और बेहद छोटे (small cap) के बीच आने वाली कंपनियों में निवेश करते हैं — इसलिए जोखिम और लाभ के बीच संतुलन मिलता है। ये फंड अक्सर तेज़ बढ़ने की क्षमता रखते हैं, पर उतार-चढ़ाव भी देखे जा सकते हैं। Nippon जैसा पुराना मिड-कैप फंड इन विशेषताओं को अच्छे से मैनेज करता आया है।
अन्य मिड-कैप फंड्स का प्रदर्शन भी मजबूत
यहां यह भी गौर करने वाली बात है कि सिर्फ एक फंड ही नहीं, बल्कि मिड-कैप सेगमेंट के कई और फंड्स ने भी ठोस प्रदर्शन किया है। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक Edelweiss, Kotak और Invesco के मिड-कैप फंड्स ने पिछले दस वर्षों में औसतन 17–19% वार्षिक रिटर्न दिए हैं। इस दर से 10 साल में 1 लाख रुपये का निवेश आज लगभग 6 लाख रुपये तक पहुंच चुका होगा।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल शैक्षिक और निवेश संबंधी सामान्य जानकारी के लिए दी गई है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।