Share News: NTPC Green Energy ने जापान के ENEOS के साथ किया बड़ा करार – शेयरों पर रहेगा फोकस

Share News: भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड की ग्रीन एनर्जी यूनिट, NTPC Green Energy Limited (NGEL) ने स्वच्छ ईंधन के क्षेत्र में एक और बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने जापान की प्रमुख ऊर्जा कंपनी ENEOS Corporation के साथ ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन मेथनॉल पर सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन […]

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Share News: भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड की ग्रीन एनर्जी यूनिट, NTPC Green Energy Limited (NGEL) ने स्वच्छ ईंधन के क्षेत्र में एक और बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने जापान की प्रमुख ऊर्जा कंपनी ENEOS Corporation के साथ ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन मेथनॉल पर सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) साइन किया है।

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यह करार 10 अक्टूबर 2025 को World Expo 2025, ओसाका (जापान) में हुआ, जिसका उद्देश्य स्वच्छ ऊर्जा आधारित उत्पादों के विकास और आपूर्ति में संभावनाएं तलाशना है।

भारत के लिए बनेगा ग्रीन हाइड्रोजन का नया हब

NTPC Green Energy ने बताया कि यह साझेदारी कंपनी के पुडिमडाका (आंध्र प्रदेश) में बन रहे 1200 एकड़ के विशाल ग्रीन हाइड्रोजन हब के इर्द-गिर्द केंद्रित है। इस हब को भारत का पहला ऐसा इंटीग्रेटेड प्रोजेक्ट माना जा रहा है, जो ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीन मेथनॉल और दूसरे स्वच्छ ईंधनों के उत्पादन और निर्यात दोनों पर फोकस करेगा।

इस प्रोजेक्ट के जरिए भारत की कोशिश है कि वह नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन के साथ-साथ ग्रीन केमिकल्स एक्सपोर्ट का भी केंद्र बने। यह पहल भारत को वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा बाजार में एक मजबूत स्थिति दिला सकती है।

डी-कार्बोनाइजेशन की दिशा में ठोस कदम

ENEOS पहले से ही हाइड्रोजन आधारित प्रौद्योगिकियों में अग्रणी कंपनी है। वहीं NTPC Green Energy भारत में तेजी से बढ़ते रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर का नेतृत्व कर रही है। दोनों कंपनियों के बीच यह साझेदारी डी-कार्बोनाइजेशन (कार्बन उत्सर्जन में कमी) के प्रयासों को नई दिशा देगी।

इस सहयोग से न केवल पर्यावरण को लाभ होगा, बल्कि भारत की ऊर्जा सुरक्षा को भी मजबूती मिलेगी। ग्रीन हाइड्रोजन जैसे स्वच्छ ईंधन भविष्य में उद्योग, परिवहन और बिजली उत्पादन जैसे क्षेत्रों में पारंपरिक ईंधनों की जगह ले सकते हैं।

2032 तक 60 GW क्षमता का लक्ष्य

NGEL ने कहा कि यह MoU उसके दीर्घकालिक लक्ष्य का हिस्सा है, जिसके तहत कंपनी 2032 तक 60 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करना चाहती है। यह कदम भारत की नेट-ज़ीरो उत्सर्जन रणनीति और वैश्विक जलवायु लक्ष्यों के अनुरूप है।

निवेशकों का भरोसा बरकरार

एनटीपीसी लिमिटेड के शेयरों में शुक्रवार को हल्की बढ़त देखने को मिली और यह 1.36% ऊपर जाकर ₹99.51 पर बंद हुआ। पिछले एक साल में स्टॉक ने लगभग 18% की बढ़ोतरी दर्ज की है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि ग्रीन एनर्जी में कंपनी की बढ़ती मौजूदगी आने वाले समय में निवेशकों के लिए बड़ा मूल्य निर्माण कर सकती है।

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