Ola Electric को ₹1,700 करोड़ की फंडिंग मंजूरी | EV Company को मिलेगा बड़ा निवेश

Ola Electric: देश की अग्रणी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड को अपने कारोबार के विस्तार और जरूरतों को पूरा करने के लिए 1,700 करोड़ रुपये तक की फंडिंग जुटाने की मंजूरी मिल गई है। यह फैसला हाल ही में आयोजित बोर्ड बैठक में लिया गया, जिसमें तय किया गया कि यह राशि नॉन-कनवर्टिबल […]

Ola Electric भारत की पहली कंपनी बनी जिसे इन-हाउस विकसित फेराइट मोटर के लिए सरकारी मंजूरी मिली

Ola Electric: देश की अग्रणी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड को अपने कारोबार के विस्तार और जरूरतों को पूरा करने के लिए 1,700 करोड़ रुपये तक की फंडिंग जुटाने की मंजूरी मिल गई है। यह फैसला हाल ही में आयोजित बोर्ड बैठक में लिया गया, जिसमें तय किया गया कि यह राशि नॉन-कनवर्टिबल डिबेंचर्स (NCDs) या अन्य योग्य डेट इंस्ट्रूमेंट्स के माध्यम से प्राप्त की जाएगी।

कंपनी के अनुसार, यह फंडरेजिंग प्रक्रिया एक या उससे अधिक चरणों में की जाएगी, जो मौजूदा नियमों और गाइडलाइंस के तहत होगी। यह भी स्पष्ट किया गया है कि यह पूंजी जुटाव पहले से अनुमोदित उधार सीमा के अंतर्गत किया जाएगा, जिसे कंपनी के शेयरधारकों की सहमति प्राप्त है।GE Vernova का मुनाफा 3 गुना बढ़ा, ₹5 डिविडेंड का ऐलान

रेगुलेटरी फाइलिंग में यह जानकारी दी गई है कि इस फंडिंग में टर्म लोन, वर्किंग कैपिटल फैसिलिटीज, NCDs और बोर्ड द्वारा स्वीकृत अन्य डेट सिक्योरिटीज शामिल हो सकती हैं। फंड जुटाने की प्रक्रिया, समय और उसकी शर्तें बाजार की मौजूदा स्थिति और कंपनी की वित्तीय आवश्यकताओं के आधार पर तय की जाएंगी।

महाराष्ट्र में कानूनी संकट

जहां एक ओर कंपनी अपने वित्तीय संसाधन बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है, वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र में उसे नियामकीय परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य के परिवहन विभाग ने हाल ही में ओला के 100 से अधिक स्टोर्स को सील करने का आदेश दिया, क्योंकि वे जरूरी ट्रेड सर्टिफिकेट्स के बिना ऑपरेट हो रहे थे।

परिवहन विभाग की जांच में सामने आया कि महाराष्ट्र में ओला के कुल 131 डीलरशिप में से 107 के पास वैध सर्टिफिकेट्स नहीं थे। इसके चलते 104 कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notices) जारी किए गए और तुरंत प्रभाव से नियमों का उल्लंघन कर रहे स्टोर्स के संचालन पर रोक लगाने का आदेश भी दिया गया।

राज्य के संयुक्त परिवहन आयुक्त के निर्देश में कहा गया कि अब तक 43 स्टोर्स को बंद किया जा चुका है और कुल 214 वाहनों को जब्त कर लिया गया है। इसके साथ ही, क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों (RTOs) को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे 24 घंटे के भीतर डिफॉल्टिंग डीलरों के लॉगिन एक्सेस को बंद कर दें और कार्रवाई की स्थिति को पोर्टल पर अपडेट करें।

शेयर में हल्की तेजी

इन तमाम घटनाओं के बीच, बीएसई (BSE) पर ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में थोड़ी तेजी देखी गई। शुक्रवार दोपहर करीब 2:22 बजे कंपनी का शेयर ₹53.20 पर ट्रेड कर रहा था, जो पिछले क्लोज से ₹1.73 यानी करीब 3.36% अधिक है।

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