Ola Electric Share Price: गुरुवार को ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयरों में जोरदार गिरावट देखने को मिली। कंपनी का स्टॉक 7.2% टूटकर ₹49.48 पर आ गया। यह गिरावट तब आई जब सड़क परिवहन मंत्रालय के VAHAN पोर्टल पर दर्ज ताज़ा आंकड़ों से पता चला कि अगस्त में कंपनी की बिक्री उसके प्रतिद्वंद्वी एथर एनर्जी से कम रही है।
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बिक्री के आंकड़ों में अंतर
20 अगस्त तक ओला इलेक्ट्रिक ने कुल 9,522 रजिस्ट्रेशन दर्ज किए, जबकि एथर एनर्जी ने 10,248 रजिस्ट्रेशन पूरे किए। इस अंतर के कारण बाजार हिस्सेदारी (Market Share) पर दबाव देखने को मिल रहा है। विश्लेषकों का मानना है कि यदि यह रुझान जारी रहा तो एथर एनर्जी, ओला इलेक्ट्रिक से आगे निकल सकती है।
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दो दिन की तेजी के बाद झटका
इससे पहले लगातार दो कारोबारी सत्रों में ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में करीब 29% की बढ़त देखने को मिली थी और स्टॉक लगभग तीन महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया था। लेकिन बिक्री के कमजोर आंकड़े सामने आने के बाद निवेशकों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी, जिससे भारी गिरावट दर्ज हुई।
सरकार की जीएसटी नीति का असर
शेयर पर दबाव की एक और वजह सरकार की प्रस्तावित जीएसटी नीति भी है। खबर है कि दिवाली से पहले छोटे पेट्रोल-डीजल वाहनों पर जीएसटी 28% से घटाकर 18% करने पर विचार किया जा रहा है। यदि ऐसा होता है तो इलेक्ट्रिक वाहनों और पारंपरिक इंजन वाहनों के दामों में अंतर घट जाएगा। विश्लेषकों का कहना है कि इस कदम से ईवी की मांग पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
वित्तीय प्रदर्शन
कंपनी के ताज़ा तिमाही नतीजे भी मिश्रित तस्वीर पेश करते हैं। ओला इलेक्ट्रिक ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ₹428 करोड़ का घाटा दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 23% ज्यादा है। वहीं, कंपनी की कुल आय आधी होकर ₹828 करोड़ रह गई। हालांकि, राहत की बात यह रही कि कंपनी का ग्रॉस मार्जिन बढ़कर 26% हो गया है।
प्रबंधन का कहना है कि आने वाली दूसरी तिमाही में ऑटो व्यवसाय EBITDA स्तर पर लाभकारी हो सकता है। कंपनी भविष्य में लागत नियंत्रण और बेहतर बिक्री के जरिए स्थिति सुधारने पर जोर दे रही है।
सालभर का प्रदर्शन
लघु अवधि में तेजी के बावजूद लंबी अवधि के निवेशकों को अभी भी भारी नुकसान झेलना पड़ा है। स्टॉक इस साल अब तक 42% नीचे है और पिछले एक वर्ष में इसमें करीब 64% की गिरावट दर्ज की गई है।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।