डिजिटल पेमेंट और फिनटेक सेक्टर की दिग्गज कंपनी पेटीएम (One 97 Communications Ltd.) अपने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजे मंगलवार, 22 जुलाई 2025 को पेश करेगी। कंपनी इस दिन अपनी स्टैंडअलोन और कंसोलिडेटेड (एकीकृत) अनऑडिटेड वित्तीय रिपोर्ट बोर्ड मीटिंग में पेश करेगी।
कंपनी की तरफ से जानकारी दी गई है कि इसी दिन शाम 6 बजे से 6:45 बजे तक निवेशकों के लिए अर्निंग कॉल का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें कंपनी प्रबंधन नतीजों को लेकर विस्तार से जानकारी देगा और सवालों का जवाब देगा।
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जुलाई 1 से बंद है ट्रेडिंग विंडो
कंपनी ने अपने नियामकीय दायरे में रहते हुए पहले ही 1 जुलाई से 24 जुलाई तक की अवधि के लिए ट्रेडिंग विंडो को बंद कर दिया है। इस दौरान कंपनी से जुड़े इनसाइडर्स किसी भी तरह का शेयर खरीद-बेच का सौदा नहीं कर सकेंगे।
पिछली तिमाही में घाटा बढ़ा, लेकिन रेवेन्यू में ग्रोथ
अगर पिछली तिमाही यानी वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) की बात करें तो पेटीएम ने उस दौरान ₹544.6 करोड़ का समेकित घाटा दर्ज किया था। यह नुकसान इससे पिछली तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में ₹208.5 करोड़ था। घाटे में भारी उछाल की वजह कंपनी को हुआ एकमुश्त ₹522 करोड़ का नुकसान बताया गया था।
हालांकि, राजस्व (Revenue) के मोर्चे पर कंपनी ने सकारात्मक संकेत दिए। जनवरी से मार्च 2025 की तिमाही में पेटीएम का राजस्व तिमाही दर तिमाही (QoQ) आधार पर 4.6% की वृद्धि के साथ ₹1,911.5 करोड़ पहुंच गया।
शेयर ने दिखाई दमदार तेजी
पेटीएम का शेयर प्रदर्शन पिछले एक साल में काफी प्रभावशाली रहा है। पिछले 5 ट्रेडिंग सेशन्स में स्टॉक 2.50% तक चढ़ा है, जबकि एक महीने में इसमें 14% की वृद्धि दर्ज की गई है। अगर एक साल का आंकड़ा देखें तो पेटीएम का स्टॉक 123.20% की भारी छलांग लगा चुका है, जो इस बात का संकेत है कि निवेशकों का भरोसा कंपनी में लगातार बढ़ रहा है।
52-हफ्ते का उच्चतम और न्यूनतम स्तर
पेटीएम का शेयर दिसंबर 2024 में ₹1,062.95 के स्तर तक पहुंचकर 52-हफ्ते का उच्चतम स्तर बना चुका है। वहीं जुलाई 2024 में इसका न्यूनतम स्तर ₹425.60 रहा था। मौजूदा समय में स्टॉक ₹1,009.50 पर ट्रेड कर रहा है, जो कि दिन में ₹7.90 (0.79%) की बढ़त को दर्शाता है।
क्या कहता है बाजार?
अब सबकी निगाहें 22 जुलाई को आने वाले तिमाही नतीजों पर टिकी हुई हैं। विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी अगर घाटा कम करने में सफल रही और रेवेन्यू ग्रोथ को बनाए रखा, तो आने वाले समय में शेयर और ऊंचाई छू सकता है। निवेशकों के लिए ये नतीजे यह तय करने में मदद करेंगे कि पेटीएम लॉन्ग टर्म में कितना भरोसेमंद विकल्प है।
डिस्क्लेमर: यह खबर केवल जानकारी के उद्देश्य से है। निवेश का निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।
आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।

