Persistent Systems Q2 Results: आईटी कंपनी Persistent Systems ने सितंबर तिमाही (Q2 FY25) के नतीजे घोषित किए हैं, जो बाजार की उम्मीदों से काफी बेहतर रहे। कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 45% बढ़कर ₹471.5 करोड़ पर पहुंच गया, जबकि ऑपरेशंस से राजस्व 23.5% बढ़कर ₹3,580.7 करोड़ रहा। मजबूत आय और बढ़ते मुनाफे के चलते कंपनी के शेयरों में बुधवार को 7% से अधिक की तेजी देखी गई।
यह भी पढ़ें: Bank of Maharashtra Q2 Results: बैंक ऑफ महाराष्ट्र का तिमाही मुनाफा 23% बढ़ा, शेयरों में 4% की तेजी
निवेशकों का भरोसा बढ़ा
नतीजों के बाद निवेशकों ने कंपनी के शेयरों में जबरदस्त दिलचस्पी दिखाई। कारोबार के दौरान Persistent Systems का स्टॉक ₹5,728.90 के इंट्राडे हाई तक पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव ₹5,324.25 के मुकाबले करीब 6.9% की बढ़त है। दिन के अंत में शेयर लगभग ₹5,671 पर कारोबार कर रहा था।
कंपनी के बोर्ड ने दी अहम मंजूरी
कंपनी ने यह भी घोषणा की कि उसके बोर्ड ने Aepona Group Ltd (Ireland) में अपनी 100% हिस्सेदारी ट्रांसफर करने को मंजूरी दे दी है। यह कदम कंपनी के ग्लोबल ऑपरेशंस को और अधिक सुव्यवस्थित करने की दिशा में माना जा रहा है।
ब्रोकरेज हाउस का सकारात्मक रुख
बेहतरीन नतीजों के बाद कई प्रमुख ब्रोकरेज हाउस ने Persistent Systems पर अपना नजरिया और टारगेट प्राइस अपग्रेड किया है।
- CLSA ने स्टॉक पर ‘Outperform’ रेटिंग बरकरार रखते हुए इसका टारगेट ₹8,270 कर दिया है।
- Nuvama Institutional Equities ने शेयर पर ‘Buy’ रेटिंग बनाए रखी है और टारगेट बढ़ाकर ₹7,700 कर दिया है।
- वहीं, Motilal Oswal Financial Services ने भी ‘Buy’ रेटिंग दी है, और उम्मीद जताई है कि कंपनी FY25-27 के दौरान डॉलर रेवेन्यू में करीब 19% की CAGR ग्रोथ दर्ज कर सकती है।
HDFC Securities ने बताई ग्रोथ की वजह
HDFC Securities ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कंपनी का प्रदर्शन सभी प्रमुख बिजनेस सेगमेंट्स में मजबूत रहा है, खासकर BFSI (Banking, Financial Services and Insurance) वर्टिकल और यूरोपीय बाजार में। रिपोर्ट के अनुसार, Persistent Systems की AI-आधारित प्लेटफॉर्म रणनीति भविष्य में ग्रोथ का अहम आधार बनेगी। कंपनी ने हाल ही में अपने SASVA प्लेटफॉर्म के लिए 20 नए पेटेंट फाइल किए हैं, जो उसके इनोवेशन-ड्रिवन अप्रोच को दर्शाता है।
मजबूत बिजनेस मॉडल और टेक्नोलॉजी फोकस
Persistent Systems लगातार डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और AI-सॉल्यूशंस के क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत कर रही है। कंपनी के प्रबंधन का कहना है कि नई तकनीकों पर फोकस और विविध क्लाइंट बेस के चलते अगले कुछ वर्षों में राजस्व और प्रॉफिट दोनों में स्थिर वृद्धि की संभावना है।
निवेशकों के लिए संकेत
ब्रोकरेज हाउस के बुलिश रुख और कंपनी के मजबूत नतीजे बताते हैं कि Persistent Systems मिड-टू-लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि एआई और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से बढ़ती मांग कंपनी की भविष्य की ग्रोथ को और आगे बढ़ाएगी।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।