Rama Telecom IPO 2025: नेटवर्किंग और टेलीकॉम क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी रामा टेलीकॉम लिमिटेड का पब्लिक इश्यू निवेश के लिए 25 जून 2025 को खुलेगा। यह इश्यू खासकर SME सेगमेंट के तहत NSE पर लिस्ट होने जा रहा है। अगर आप आईपीओ में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो इस ऑफर की शर्तों और कंपनी की वित्तीय स्थिति को जरूर समझना चाहिए।
क्या है रामा टेलीकॉम का आईपीओ ऑफर?
कंपनी द्वारा लाया जा रहा यह इश्यू बुक बिल्डिंग प्रकिया के तहत होगा, जिसका कुल आकार लगभग 25.13 करोड़ रुपये है। इश्यू पूरी तरह से फ्रेश शेयर्स के रूप में लाया जा रहा है और इसमें कुल 36.96 लाख इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे।
यह भी पढ़ें: FD Rates Comparison 2025: जानिए SBI, PNB और Bank of Maharashtra में कहां मिल रहा ज्यादा रिटर्न
शेयर प्राइस और निवेश की सीमा
इस इश्यू का प्राइस बैंड ₹65 से ₹68 प्रति शेयर तय किया गया है। खुदरा निवेशकों को कम से कम 2000 शेयरों के एक लॉट में आवेदन करना होगा। इसका मतलब है कि न्यूनतम निवेश राशि करीब ₹1,30,000 पड़ेगी। हालांकि, यदि कोई निवेशक सीधे कट-ऑफ प्राइस पर बोली लगाता है, तो निवेश राशि लगभग ₹1,36,000 तक पहुंच सकती है।
आईपीओ की टाइमलाइन
- इश्यू ओपनिंग: 25 जून 2025
- इश्यू क्लोजिंग: 27 जून 2025
- शेयर अलॉटमेंट: 30 जून को संभावित
- डीमैट में क्रेडिट: 1 जुलाई 2025
- लिस्टिंग तारीख (NSE SME): 2 जुलाई 2025
कंपनी का प्रोफाइल और क्लाइंट बेस
2004 में स्थापित रामा टेलीकॉम लिमिटेड एक ऐसा संस्थान है जो भारत में एंड-टू-एंड नेटवर्किंग समाधान देता है। यह कंपनी ऑप्टिकल फाइबर बिछाने, नेटवर्किंग इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण और रख-रखाव जैसे कामों में माहिर है। इसके प्रमुख क्लाइंट्स में शामिल हैं:
- भारतीय रेलवे
- एयरटेल
- IOCL
- एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया
इसके अलावा, कंपनी ने नोकिया, डी-लिंक, तेजस नेटवर्क्स, एक्साइड, और मेसकैब जैसी कंपनियों के साथ रणनीतिक साझेदारी कर रखी है।
फायनेंशियल्स पर एक नजर
वित्त वर्ष 2024-25 में रामा टेलीकॉम लिमिटेड ने मजबूत प्रदर्शन किया है। कंपनी का रेवेन्यू बढ़कर ₹42.47 करोड़ पहुंच गया, जबकि शुद्ध लाभ यानी PAT 112% की बढ़ोतरी के साथ ₹5.53 करोड़ रहा। यह आंकड़े निवेशकों के लिए भरोसे का संकेत हो सकते हैं।
निवेशकों के लिए सलाह
रामा टेलीकॉम का आईपीओ अनलिस्टेड मार्केट में ₹5 प्रति शेयर के प्रीमियम पर ट्रेड हो रहा है, जो कि 7.3% अधिक है। इसका मतलब यह है कि बाजार में इसे लेकर सकारात्मक भावनाएं देखी जा रही हैं। हालांकि SME आईपीओ होने के कारण, निवेशकों को थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए और कट-ऑफ प्राइस पर बोली लगाना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना और शैक्षिक उद्देश्य से तैयार किया गया है। इसमें दी गई जानकारी निवेश सलाह नहीं है। किसी भी आईपीओ या शेयर में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर लें। बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।