Ramky Infrastructure Share: 2085 करोड़ का ऑर्डर मिलते ही रामकी इंफ्रा के स्टॉक ने पकड़ी रफ्तार

Ramky Infrastructure Share: इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी रामकी इंफ्रा लिमिटेड की सहायक इकाई को बड़ा ठेका हासिल हुआ है। कंपनी ने हैदराबाद मेट्रोपॉलिटन वाटर सप्लाई एंड सीवरेज बोर्ड (HMWSSB) के साथ ₹2085 करोड़ की परियोजना के लिए कॉन्सेशन एग्रीमेंट साइन किया है। सौदे के बाद शेयर बाजार में कंपनी के स्टॉक में करीब 4% का उछाल आया […]

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Ramky Infrastructure Share: इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी रामकी इंफ्रा लिमिटेड की सहायक इकाई को बड़ा ठेका हासिल हुआ है। कंपनी ने हैदराबाद मेट्रोपॉलिटन वाटर सप्लाई एंड सीवरेज बोर्ड (HMWSSB) के साथ ₹2085 करोड़ की परियोजना के लिए कॉन्सेशन एग्रीमेंट साइन किया है। सौदे के बाद शेयर बाजार में कंपनी के स्टॉक में करीब 4% का उछाल आया और इसका मार्केट कैप भी मजबूत हुआ।

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परियोजना का मकसद

यह काम गोदावरी ड्रिंकिंग वाटर सप्लाई स्कीम के चरण-2 और चरण-3 से जुड़ा हुआ है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से ओस्मान सागर और हिम्मायत सागर झीलों को गोदावरी नदी के पानी से रिचार्ज किया जाएगा। इसके जरिए मूसी नदी को पुनर्जीवित करने की योजना है, जो हैदराबाद की जल आपूर्ति और पारिस्थितिकी दोनों के लिए अहम है।

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कामकाज और समयसीमा

प्रोजेक्ट के निर्माण का समय दो साल तय किया गया है। इसके बाद अगले दस वर्षों तक ऑपरेशन और मैंटेनेंस (O&M) की जिम्मेदारी भी कंपनी के पास रहेगी। लंबे समय तक मिलने वाले इस अनुबंध से कंपनी को लगातार राजस्व मिलता रहेगा।

हाइब्रिड मॉडल का फायदा

यह अनुबंध हाइब्रिड एन्युइटी मॉडल (HAM) के आधार पर दिया गया है। इस मॉडल में सरकार और निजी कंपनी दोनों की भागीदारी रहती है। निवेशकों का मानना है कि ऐसे करार कंपनियों को भविष्य में स्थिर कैश फ्लो और निश्चित कमाई का भरोसा दिलाते हैं।

कर्जमुक्त बैलेंस शीट

रामकी इंफ्रास्ट्रक्चर ने हाल ही में अपने ऊपर का ₹3859.81 करोड़ का पूरा कर्ज चुकता कर दिया। साथ ही, रि-स्ट्रक्चरिंग एग्रीमेंट भी सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। इससे कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत हुई है और नए प्रोजेक्ट लेने की क्षमता बढ़ी है।

तिमाही प्रदर्शन

पहली तिमाही के नतीजों में कंपनी की नेट सेल्स 33% से ज्यादा गिरी, लेकिन नेट प्रॉफिट लगभग 10% बढ़ा। यह दिखाता है कि चुनौतियों के बावजूद कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी और प्रोजेक्ट डिलीवरी क्षमता बनी हुई है।

निवेशकों का रुझान4

विशेषज्ञ मानते हैं कि इस नए ऑर्डर से कंपनी की ऑर्डर बुक और मजबूत होगी। निवेशकों ने भी इसे सकारात्मक संकेत के तौर पर लिया, जिसके चलते शेयरों में बढ़त दर्ज की गई।

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