Regaal Resources IPO: रेगाल रिसोर्सेज़ लिमिटेड का ₹306 करोड़ का मेनबोर्ड आईपीओ पहले ही दिन पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया, जिससे निवेशकों में कंपनी को लेकर गहरी रुचि देखने को मिली। यह इश्यू सोमवार को खुला और महज़ कुछ घंटों में ही इसे अपेक्षा से अधिक बोलियां मिल गईं।
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इश्यू का आकार और मूल्य सीमा
कंपनी ने इस आईपीओ के तहत कुल 3 करोड़ शेयरों की पेशकश की है, जिसमें से 2.06 करोड़ शेयर का फ्रेश इश्यू ₹210 करोड़ का है, जबकि 94 लाख शेयर ऑफ़र फॉर सेल (OFS) के तहत ₹96 करोड़ जुटाने के लिए रखे गए हैं। प्रति शेयर कीमत ₹96 से ₹100 के बीच तय की गई है।
पहले दिन की सब्सक्रिप्शन स्थिति
सुबह 11:45 बजे तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, कुल इश्यू को 1.6 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। खुदरा निवेशकों (रिटेल) ने 1.8 गुना तक बोली लगाई, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) का उत्साह और ज्यादा रहा और उन्होंने 2.2 गुना हिस्सेदारी के लिए आवेदन किया। यह रुझान संकेत देता है कि कंपनी के शेयरों की मांग शुरुआती चरण से ही काफी मजबूत है।
ग्रे मार्केट में उत्साह
शेयर बाज़ार के अनौपचारिक सेगमेंट यानी ग्रे मार्केट में भी इस आईपीओ को अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। यहां प्रति शेयर लगभग ₹23 का प्रीमियम दर्ज किया गया है। अगर यह रुझान लिस्टिंग तक बना रहा, तो निवेशकों को लिस्टिंग के समय करीब 22.55% का मुनाफा मिल सकता है।
फंड का इस्तेमाल
कंपनी ने बताया है कि आईपीओ से मिलने वाली राशि का एक बड़ा हिस्सा अपने मौजूदा कर्ज को चुकाने में इस्तेमाल किया जाएगा। इसके अलावा शेष धनराशि का उपयोग कॉर्पोरेट कार्यों और विस्तार योजनाओं के लिए किया जाएगा। इससे कंपनी की बैलेंस शीट मजबूत होने और भविष्य के विकास के लिए पूंजी उपलब्ध रहने की संभावना है।
वित्तीय प्रदर्शन
रेगाल रिसोर्सेज़ के हालिया वित्तीय नतीजे भी निवेशकों के भरोसे को मजबूत कर रहे हैं। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का कर पश्चात लाभ (PAT) 115.3% की तेज़ वृद्धि के साथ ₹47.67 करोड़ तक पहुंच गया। इसी अवधि में संचालन से राजस्व 52.5% बढ़कर ₹915.16 करोड़ हो गया। हालांकि, इस वृद्धि के साथ कंपनी का कुल कर्ज भी 41.95% बढ़कर ₹507.05 करोड़ हो गया है।
निवेशकों के लिए संकेत
पहले ही दिन मिले जबरदस्त रिस्पॉन्स और ग्रे मार्केट प्रीमियम को देखते हुए विश्लेषकों का मानना है कि इस आईपीओ में अल्पकालिक (लिस्टिंग गेन) के साथ-साथ दीर्घकालिक निवेशकों के लिए भी अवसर हो सकता है। हालांकि, निवेश से पहले कंपनी के कर्ज स्तर और सेक्टर की उतार-चढ़ाव वाली प्रकृति को ध्यान में रखना ज़रूरी है।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।