रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में 16% का जोरदार उछाल, निवेशकों की बल्ले-बल्ले

बीते तीन कारोबारी सत्रों में अनिल अंबानी समूह की कंपनियाँ रिलायंस पावर (Reliance Power) और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (Reliance Infrastructure) लगातार ऊपरी सर्किट पर पहुंचीं। इस दौरान दोनों स्टॉक्स में करीब 16% की तेजी देखने को मिली। गुरुवार को रिलायंस पावर का शेयर भाव बढ़कर ₹50.08 तक पहुँच गया, जबकि रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का शेयर ₹302.40 पर […]

Reliance Stocks News: RPower और Reliance Infrastructure के शेयर ED कार्रवाई के बाद 10% तक गिरे

बीते तीन कारोबारी सत्रों में अनिल अंबानी समूह की कंपनियाँ रिलायंस पावर (Reliance Power) और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (Reliance Infrastructure) लगातार ऊपरी सर्किट पर पहुंचीं। इस दौरान दोनों स्टॉक्स में करीब 16% की तेजी देखने को मिली। गुरुवार को रिलायंस पावर का शेयर भाव बढ़कर ₹50.08 तक पहुँच गया, जबकि रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का शेयर ₹302.40 पर कारोबार कर रहा है।

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रिलायंस पावर में तेजी का कारण

विशेषज्ञों के अनुसार, रिलायंस पावर के शेयर में आई तेजी की सबसे बड़ी वजह कंपनी का नया रिन्यूएबल एनर्जी वेंचर है। हाल ही में कंपनी ने GDL – Reliance Solar Pte Ltd नाम से एक नई इकाई का गठन किया है, जो भूटान में पंजीकृत हुई है। यह कंपनी ग्रीन डिजिटल प्राइवेट लिमिटेड और रिलायंस एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के बीच 50:50 की साझेदारी है। इस गठजोड़ के जरिए रिलायंस पावर को अप्रत्यक्ष रूप से 25% हिस्सेदारी मिलने जा रही है। इस साझेदारी से उम्मीद है कि कंपनी का नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो और मजबूत होगा तथा भविष्य में बड़े निवेश आकर्षित होंगे।

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रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर को बड़ा सोलर प्रोजेक्ट

दूसरी ओर, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में उछाल का कारण कंपनी को हाल ही में मिला बड़ा कॉन्ट्रैक्ट है। कंपनी को NHPC की ओर से 390 मेगावॉट के सोलर प्रोजेक्ट के लिए Letter of Award (LOA) प्राप्त हुआ है। इस प्रोजेक्ट में 780 MWh की बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) भी शामिल होगी। खास बात यह है कि इस प्रोजेक्ट का टैरिफ मात्र ₹3.13 प्रति यूनिट (kWh) तय किया गया है, जो बाजार में प्रतिस्पर्धी और किफायती माना जा रहा है।

भारत का सबसे बड़ा सोलर + BESS खिलाड़ी

इस नए कॉन्ट्रैक्ट के जुड़ने के बाद रिलायंस ग्रुप की स्थिति भारतीय रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में और मजबूत हो गई है। कंपनी अब तक कुल 3 GWp सोलर कैपेसिटी और लगभग 3.5 GWh बैटरी स्टोरेज पाइपलाइन विकसित कर चुकी है। इस उपलब्धि के साथ रिलायंस ग्रुप भारत का सबसे बड़ा इंटीग्रेटेड Solar + BESS प्लेयर बन गया है।

निवेशकों का भरोसा बढ़ा

लगातार तीन दिन ऊपरी सर्किट पर पहुंचने से साफ है कि निवेशक इन विकासों को लेकर काफी उत्साहित हैं। मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि नवीकरणीय ऊर्जा पर आक्रामक दांव और बड़े पैमाने के प्रोजेक्ट हासिल करना, आने वाले समय में कंपनी के शेयरों को नई ऊँचाइयों पर ले जा सकता है।

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