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Power Sector Stocks: रिलायंस पावर बना निवेशकों की पसंद, एक हफ्ते में दिया 23% रिटर्न

Power Sector Stocks: 2 जून 2025, सोमवार को जब भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ खुला, तो निवेशकों के चेहरों पर निराशा झलक रही थी। निफ्टी में 123 अंकों और सेंसेक्स में लगभग 430 अंकों की गिरावट देखी गई। लेकिन इसी मंदी के माहौल में एक शेयर ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा—अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर लिमिटेड।

इस कंपनी के शेयर में दिन की शुरुआत से ही दमदार तेजी देखने को मिली और यह करीब 7% उछलकर ₹62 प्रति शेयर पर पहुंच गया। खास बात यह रही कि इस शेयर में लगभग 1654.71 लाख यूनिट का भारी ट्रेडिंग वॉल्यूम दर्ज किया गया, जो निवेशकों की जबरदस्त दिलचस्पी को दर्शाता है।

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क्या है इस शानदार उछाल का कारण?

Power Sector Stocks शेयर में आई इस तेजी के पीछे की सबसे बड़ी वजह है—रिलायंस पावर की सब्सिडियरी, Reliance NU Energies को मिला एक बड़ा सरकारी प्रोजेक्ट। कंपनी को 350 मेगावाट सोलर प्रोजेक्ट और 175 मेगावाट/350 मेगावाट बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम का ठेका सरकारी कंपनी SJVN से मिला है। इस परियोजना के लिए ₹3.33 प्रति यूनिट की निश्चित टैरिफ दर तय की गई है।

इस नए प्रोजेक्ट के मिलने से रिलायंस पावर के पोर्टफोलियो में कुल 600 मेगावाट सोलर डीसी क्षमता जुड़ गई है, साथ ही 700 मेगावाट के बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम को भी शामिल कर लिया गया है। इससे कंपनी की भविष्य की ग्रोथ और राजस्व पर सकारात्मक असर पड़ने की उम्मीद है।

हालिया प्रदर्शन: क्या यह सिर्फ एक दिन की तेजी है?

अगर आप सोच रहे हैं कि यह उछाल सिर्फ आज तक सीमित रहेगा, तो रुकिए। पिछले कुछ महीनों में इस शेयर ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है:

  • 3 महीने में: 87% का रिटर्न
  • 1 महीने में: 55% का रिटर्न
  • 1 हफ्ते में: 23% का रिटर्न
  • 1 साल में: लगभग 154% की बढ़त

इससे साफ है कि रिलायंस पावर का प्रदर्शन केवल आज की तेजी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक लगातार बढ़ता हुआ ट्रेंड है।

निवेशकों का बढ़ता भरोसा

डेटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) और घरेलू संस्थागत निवेशक (DII) दोनों की रिलायंस पावर में रुचि लगातार बढ़ रही है।

  • 31 दिसंबर 2024 तक FII की हिस्सेदारी 12.95% थी, जो 31 मार्च 2025 तक बढ़कर 13.21% हो गई।
  • इसी अवधि में DII की हिस्सेदारी 3.13% और म्यूचुअल फंड्स की होल्डिंग 0.38% पर पहुंच गई।

घाटे से मुनाफे में बदली तस्वीर

कंपनी की हालिया मार्च तिमाही वित्तीय रिपोर्ट भी सकारात्मक रही है। वित्त वर्ष 2025 की मार्च तिमाही में कंपनी ने ₹126 करोड़ का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में उसे ₹397 करोड़ का घाटा हुआ था।

Disclamer: यह लेख केवल सूचना देने के उद्देश्य से है। इसमें दी गई किसी भी जानकारी को निवेश की सलाह न मानें। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें।

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