Robert Kiyosaki Warning: दुनियाभर में चर्चित फाइनेंशियल एक्सपर्ट और ‘रिच डैड पुअर डैड’ के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी ने एक बार फिर आर्थिक संकट को लेकर गंभीर चिंता जताई है। सोशल मीडिया पर अपनी हालिया पोस्ट में उन्होंने साफ संकेत दिया कि वैश्विक वित्तीय प्रणाली की जड़ें अब भी कमजोर हैं, और यदि समय रहते कुछ नहीं बदला गया, तो अगला संकट पहले से कहीं ज्यादा घातक हो सकता है।
हर संकट बनता जा रहा है और भी विकराल
कियोसाकी का मानना है कि पिछली कई आर्थिक उथल-पुथलें सिर्फ अस्थायी मरहम से सुलझाई गईं, लेकिन जड़ में मौजूद समस्याएं जस की तस बनी रहीं। 1998 में जब लॉन्ग टर्म कैपिटल मैनेजमेंट (LTCM) जैसी बड़ी संस्था डूबने लगी, तो सरकार ने दखल देकर उसे बचाया। इसके बाद 2008 में बैंकों और वॉल स्ट्रीट को भारी बेलआउट मिला। लेकिन आज सवाल यह है कि यदि 2025 में फिर कोई बड़ा संकट आता है, तो खुद केंद्रीय बैंक को सहारा कौन देगा?https://bazaarbits.com/itc-q4-results-2025-dividend-update/
1971 से शुरू हुआ पतन का सिलसिला
Robert Kiyosaki Warning: कियोसाकी ने मौजूदा आर्थिक ढांचे की जड़ों पर सवाल उठाते हुए याद दिलाया कि 1971 में जब अमेरिका ने डॉलर को गोल्ड स्टैंडर्ड से अलग किया, तभी से वैश्विक मुद्रा व्यवस्था एक अस्थिर रास्ते पर चल पड़ी। इसके बाद सरकारों को पैसे छापने की खुली छूट मिल गई, और यह ‘कृत्रिम समृद्धि’ लंबे समय से असली मूल्य की गिरावट छुपा रही है। यही वजह है कि हर अगला संकट और भी गहरा होता जा रहा है।
स्टूडेंट लोन बन सकता है अगला विस्फोटक बिंदु
कियोसाकी और उनके सहयोगी जिम रिकार्ड्स की राय है कि अमेरिका का स्टूडेंट लोन सेक्टर, जो अब $1.6 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है, निकट भविष्य में बड़ा खतरा बन सकता है। अगर यह सिस्टम चरमराता है, तो इसके असर से वैश्विक बाजार भी अछूते नहीं रहेंगे।
सेफ इन्वेस्टमेंट की सलाह: ‘रियल एसेट्स’ हैं रास्ता
कियोसाकी ने परंपरागत सेविंग्स और बैंकिंग मॉडल को अब अप्रभावी करार दिया है। उनका साफ कहना है कि अब केवल पैसा बचाकर सुरक्षित नहीं रहा जा सकता। वे सलाह देते हैं कि आम लोग अब सोना, चांदी और बिटकॉइन जैसे ठोस और सीमित संसाधनों में निवेश करें। उनका मानना है कि अमीर लोग ‘पैसे के लिए काम’ नहीं करते, बल्कि वे समझदारी से एसेट्स में निवेश करते हैं।
उनकी चेतावनी स्पष्ट है — मौजूदा आर्थिक माहौल में आंखें मूंदे रखना खतरनाक हो सकता है। उन्होंने सभी को सलाह दी कि समय रहते तैयार हो जाएं, सरकार या सिस्टम पर पूरी तरह निर्भर न रहें और खुद अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी लें।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।