Sattva Engineering: चेन्नई स्थित सत्त्वा इंजीनियरिंग कंस्ट्रक्शन लिमिटेड ने अपने प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के जरिए पूंजी बाजार में दस्तक दी है। कंपनी ने इस इश्यू का आकार लगभग ₹35.38 करोड़ तय किया है। निवेशकों के लिए यह इश्यू 29 अगस्त तक खुला रहेगा। शेयरों का आवंटन 1 सितंबर को पूरा होने की संभावना है, जबकि लिस्टिंग 3 सितंबर को NSE SME प्लेटफॉर्म पर होगी।
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मूल्य दायरा और लॉट साइज
आईपीओ की प्राइस बैंड ₹70 से ₹75 प्रति शेयर तय की गई है। इच्छुक निवेशकों को कम से कम 3,200 शेयरों के एक लॉट के लिए बोली लगानी होगी। यानी न्यूनतम निवेश की राशि काफी अधिक है, जो इसे छोटे निवेशकों की तुलना में संस्थागत और उच्च-नेटवर्थ निवेशकों के लिए ज्यादा उपयुक्त बनाता है।
ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP)
मार्केट से मिल रही शुरुआती जानकारी के अनुसार, इस आईपीओ पर लगभग 23% का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) देखने को मिल रहा है। इसका मतलब है कि निवेशक शेयरों के लिस्टिंग से पहले ही प्रीमियम कीमत पर खरीद-फरोख्त को लेकर उत्साहित दिख रहे हैं।
कंपनी का कारोबार और प्रदर्शन
सत्त्वा इंजीनियरिंग कंस्ट्रक्शन मुख्य रूप से जल संरचना (Water Infrastructure) और अपशिष्ट जल प्रबंधन (Wastewater Management) से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर काम करती है। कंपनी का अधिकतर कारोबार सरकारी एजेंसियों के साथ होता है।
वित्त वर्ष 2025 में कंपनी की आय में करीब 22% की वृद्धि दर्ज की गई, जो बढ़कर ₹94.85 करोड़ हो गई। वहीं, मुनाफे में भी उल्लेखनीय तेजी देखने को मिली। वित्त वर्ष 2024 में जहां कंपनी का शुद्ध लाभ ₹4.56 करोड़ था, वहीं वित्त वर्ष 2025 में यह आंकड़ा दोगुना होकर ₹9.14 करोड़ तक पहुंच गया। यह संकेत है कि कंपनी का प्रोजेक्ट निष्पादन और वित्तीय प्रबंधन दोनों मजबूत दिशा में बढ़ रहे हैं।
फंड का उपयोग
आईपीओ से जुटाई गई राशि में से ₹27.5 करोड़ का उपयोग कंपनी लॉन्ग-टर्म वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने में करेगी। शेष पूंजी का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
निवेशकों के लिए संदेश
सत्त्वा इंजीनियरिंग कंस्ट्रक्शन की यह पब्लिक ऑफरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और जल प्रबंधन सेक्टर में बढ़ते अवसरों का फायदा उठाने की दिशा में कंपनी का महत्वपूर्ण कदम है। मजबूत वित्तीय वृद्धि, बढ़ती मांग और सरकारी प्रोजेक्ट्स पर निर्भरता इसे आकर्षक बनाते हैं। हालांकि, SME प्लेटफॉर्म पर लिस्टिंग के कारण इसमें जोखिम भी अपेक्षाकृत अधिक है, इसलिए निवेशकों को अपने जोखिम सहनशीलता के आधार पर निर्णय लेना चाहिए।
डिस्क्लेमर: यह खबर केवल सूचना के उद्देश्य से है। इसमें निवेश की कोई सिफारिश नहीं की गई है। शेयर बाज़ार में निवेश जोखिमों के अधीन है, इसलिए निर्णय सोच-समझकर लें।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।