
SMBC Yes Bank Deal 2025 भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में एक अहम सौदा सामने आया है, जहां जापान की दिग्गज वित्तीय संस्था सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन (SMBC) ने यस बैंक की 20% हिस्सेदारी खरीद ली है। इस सौदे की कुल कीमत 13,483 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इस निवेश ने भारतीय बैंकिंग प्रणाली में विदेशी विश्वास को एक बार फिर साबित कर दिया है।
बोर्ड में SMBC को मिली जगह, बढ़ा प्रभाव
इस निवेश के तहत SMBC को अब यस बैंक के बोर्ड में दो निदेशक नामित करने का अधिकार मिलेगा। माना जा रहा है कि यह सौदा SMBC के लिए यस बैंक में बड़ी हिस्सेदारी लेने की दिशा में पहला बड़ा कदम है। 21.5 रुपये प्रति शेयर की दर से यह डील हुई है, जिससे यस बैंक का कुल बाजार मूल्य लगभग 67,411 करोड़ रुपये आंका गया है।https://bazaarbits.com/imf-pakistan-loan-2025-bharat-virodh/
SBI समेत कई निजी बैंकों ने बेची अपनी हिस्सेदारी
भारतीय स्टेट बैंक (SBI), जो यस बैंक के सबसे बड़े हिस्सेदारों में से एक था, इसने अपनी 24% हिस्सेदारी में से 13.19% हिस्सेदारी 8,889 करोड़ रुपये में SMBC को बेच दी है। वहीं, अन्य सात प्रमुख निजी बैंक — एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक, फेडरल बैंक, बंधन बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक — ने सामूहिक रूप से 6.81% हिस्सेदारी 4,594 करोड़ रुपये में SMBC को ट्रांसफर की है।
इन बैंकों ने 2020 में RBI के निर्देश पर यस बैंक को संकट से निकालने के लिए 10 रुपये प्रति शेयर पर निवेश किया था। अब जबकि बैंक की स्थिति में सुधार हुआ है, ये संस्थाएं मुनाफा कमाकर बाहर निकल रही हैं।
SMBC और यस बैंक के बीच मजबूत साझेदारी
SMBC ने अपने आधिकारिक बयान में भारत को अपनी रणनीतिक प्राथमिकता वाला बाज़ार बताया है और कहा है कि वे यहां की विकास संभावनाओं को लेकर आशावादी हैं। वहीं, यस बैंक के CEO प्रशांत कुमार ने SMBC के इस निवेश को भविष्य की विकास योजनाओं के लिए निर्णायक कदम बताया है।
प्रमुख निवेशक अभी भी बने रहेंगे
पिछले निवेशक एडवेंट इंटरनेशनल और कार्लाइल ग्रुप ने अभी अपनी हिस्सेदारी नहीं बेची है और फिलहाल यस बैंक में बने रहने का निर्णय लिया है।
शेयर बाजार में दिखा असर
इस सौदे की खबर आते ही यस बैंक के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी गई। शुक्रवार को यह लगभग 10% चढ़कर ₹20 पर बंद हुआ। इससे बाजार में एक सकारात्मक माहौल बना और निवेशकों का भरोसा मजबूत हुआ।
यह सौदा फिलहाल RBI और CCI की मंजूरी के अधीन है। मंजूरी मिलने के बाद इसे भारत के बैंकिंग सेक्टर में सबसे बड़े विदेशी निवेशों में से एक माना जाएगा।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।